दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको को नया प्रबंध निदेशक (MD) मिल गया है. केजे पटेल को इफको का नया एमडी बनाया गया है. केजे पटेल फूलपुर और पारादीप प्लांट में काम कर चुके हैं. इफको के अध्यक्ष दिलीप संघानी ने के जे पटेल को इफको का नया प्रबंध निदेशक घोषित किया. दिलीप संघानी को 29 जुलाई को बोर्ड ने नए एमडी का नाम तय करने के लिए अधिकृत किया गया था. साथ ही जो पांच डायरेक्टर एक्टेंशन पर हैं, उन्हें भी आने वाले दिनों में बदला जाएगा, ताकि नए लोगों को मौका मिले और उनका हक न मारा जाए. मनीष गुप्ता भी एमडी बनने की रेस में थे, लेकिन उनका नाम फाइनल नहीं हुआ.
पटेल इफको के तकनीकी निदेशक का पद संभाल रहे थे और उर्वरक उद्योग में फील्ड और ऑफिस वर्क का व्यापक अनुभव है. के जे पटेल ने सौराष्ट्र विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियर की डिग्री हासिल की है और उन्हें नाइट्रोजन और फॉस्फेट उर्वरक संयंत्रों के रखरखाव में 32 वर्षों से अधिक का समृद्ध अनुभव है. उन्हें परिचालन उत्कृष्टता और सतत विकास को आगे बढ़ाने के उनके मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड के लिए जाना जाता है. वह भारत के सबसे बड़े जटिल उर्वरक संयंत्र, इफको पारादीप संयंत्र का नेतृत्व कर रहे थे.
संघानी ने नए प्रबंध निदेशक के रूप में के जे पटेल का स्वागत किया और कहा कि पटेल गहन उद्योग ज्ञान, सिद्ध रणनीतिक सोच दृष्टिकोण लेकर आते हैं, जो इफको के लक्ष्यों के साथ संरेखित है. के जे पटेल इफको को नवाचार और मूल्य सृजन के एक नए युग में ले जाएंगे और इफको अपनी मजबूत नींव पर आगे बढ़ता रहेगा और किसानों और सहकारी समितियों के कल्याण के लिए काम करता रहेगा.
इससे पहले उदय शंकर अवस्थी इस पद पर थे. उनका कार्यकाल 32 साल का रहा जिन्हें 30 जुलाई को इफको से विदाई दी गई. अवस्थी आज इफको से रिटायर हो गए. इफको में अवस्थी का कार्यकाल बेहद सफल और यादगार माना जाता है, क्योंकि नैनो यूरिया और नैनो डीएपी जैसे इनोवेटिव प्रोडक्ट की शुरुआत उनकी कमान में ही हुई. इफको बोर्ड की बैठक में अवस्थी ने खुद ही अपनी उम्र 80 साल होने का हवाला देते हुए 31 जुलाई को रिटायर होने का फैसला किया.
दिलीप संघानी ने निवर्तमान प्रबंध निदेशक डॉ. यू एस अवस्थी को इफको और देश भर के किसानों के प्रति उनके अमूल्य योगदान और समर्पण के लिए धन्यवाद दिया. यूरसिस और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सहकारी संस्था, इंटरनेशनल कोऑपरेटिव अलायंस (आईसीए) द्वारा प्रकाशित वर्ल्ड कोऑपरेटिव मॉनिटर (डब्ल्यूसीएम) रिपोर्ट के अनुसार, इफको को दुनिया की नंबर 1 सहकारी संस्था (जीडीपी में योगदान के अनुपात के संदर्भ में) का दर्जा दिया गया है.