भारत में चावल एक बहुत ही जरूरी हिस्सा है हमारे खाने का. चाहे उत्तर भारत हो या दक्षिण, हर जगह चावल के बिना खाना अधूरा लगता है. खासकर बासमती चावल की बात करें तो इसका स्वाद, खुशबू और लंबाई इसे खास बना देती है. शादी हो या कोई खास मौका, लोग बासमती चावल ही बनाना पसंद करते हैं.
लेकिन अब बाजार में नकली बासमती चावल भी आने लगे हैं. कुछ मिलावटखोर लोग इसमें प्लास्टिक और आलू मिलाकर चावल जैसा दिखने वाला नकली पदार्थ बना रहे हैं, जो सेहत के लिए बहुत खतरनाक है. इसीलिए आज हम आपको बताएंगे कि आप घर पर ही असली और नकली बासमती चावल की पहचान कैसे कर सकते हैं.
नकली चावल की मिलावट अब इतनी बढ़ गई है कि FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) को इसके लिए गाइडलाइन तक जारी करनी पड़ी. अब चावल की गुणवत्ता के लिए खास नियम बनाए गए हैं. जो चावल इन नियमों पर खरे नहीं उतरते, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
नकली बासमती चावल को बनाने के लिए मिलावटखोर लोग आलू और प्लास्टिक का इस्तेमाल करते हैं. ये चावल देखने में असली बासमती जैसा ही होता है, लेकिन ये पूरी तरह से नकली और हानिकारक होता है.
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