GEMA की अपील: भारत 30% इथेनॉल ब्लेंडिंग रोडमैप अपनाए, किसानों की बढ़ेगी आय

GEMA की अपील: भारत 30% इथेनॉल ब्लेंडिंग रोडमैप अपनाए, किसानों की बढ़ेगी आय

ग्रेन इथेनॉल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (GEMA) ने सरकार से की सिफारिश — 20% से बढ़ाकर 30% इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य तय करने, फ्लेक्सिबल फ्यूल व्हीकल्स अपनाने और डीजल में भी इथेनॉल ब्लेंडिंग शुरू करने की मांग. कहा, यह किसानों की समृद्धि और आत्मनिर्भर भारत का इंजन बनेगा.

ethanol Blending Targetethanol Blending Target
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Nov 04, 2025,
  • Updated Nov 04, 2025, 5:04 PM IST

ग्रेन इथेनॉल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (GEMA) ने मंगलवार को भारत सरकार से भारत के अनाज किसानों को की कमाई बढ़ाने, ग्रामीण इनकम बढ़ाने और देश की एग्रीकल्चरल वैल्यू-चेन को मजबूत करने के लिए, खासकर आत्मनिर्भर भारत के बदलाव लाने वाले विजन के संदर्भ में, एक मजबूत इथेनॉल ब्लेंडिंग रोडमैप अपनाने का आग्रह किया.

GEMA ने प्रधानमंत्री और सरकार का इथेनॉल ब्लेंडिंग प्रोग्राम (EBP) के जरिए एनर्जी में आत्मनिर्भरता और किसानों की खुशहाली को प्राथमिकता देने के लिए गहरी तारीफ की, जिसके तहत भारत ने सिर्फ पांच सालों में इथेनॉल ब्लेंडिंग को 5% से बढ़ाकर 20% कर दिया है और कृषि पर आधारित क्लीन एनर्जी ग्रोथ के लिए एक ग्लोबल बेंचमार्क बन गया है.

इथेनॉल सिर्फ एक फ्यूल नहीं

इथेनॉल सिर्फ एक फ्यूल नहीं है, यह किसानों की खुशहाली का इंजन है,” डॉ. सी.के. जैन, प्रेसिडेंट, GEMA ने कहा. “इथेनॉल की मांग बढ़ने से, मोटे अनाज उगाने वाले किसान मक्का, ज्वार, बाजरा, ग्वार और दूसरी फसलें उगा रहे हैं, उन्हें स्थिर बाजार, ज्यादा इनकम और उत्पादन और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने का नया आत्मविश्वास मिल रहा है. डॉ. जैन ने बताया कि इस प्रोग्राम ने पहले कम कीमत वाली फसलों को ग्रामीण विकास का इंजन बना दिया है.

20 परसेंट ब्लेंडिंग प्रोग्राम अभी लगभग 200 लाख टन अनाज का इस्तेमाल करता है, जिससे पूरे ग्रामीण भारत में छोटे और सीमांत किसान परिवारों के लिए एक भरोसेमंद और फायदेमंद मांग इकोसिस्टम बनता है. इथेनॉल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स आर्थिक विकास के हब बन गए हैं, ग्रामीण रोजगार पैदा कर रहे हैं, सप्लाई चेन को मजबूत कर रहे हैं, और खेती करने वाले समुदायों के लिए स्थिर इनकम का फ्लो सुनिश्चित कर रहे हैं. इस गति को मजबूत और तेज बनाए रखने और किसानों को लगातार फायदा पहुंचाने के लिए, GEMA ने इन पॉलिसी प्राथमिकताओं की सिफारिश की है-

  • ब्राजील के सफल मॉडल को फॉलो करते हुए इथेनॉल ब्लेंडिंग को 20% से बढ़ाकर 30% करें.
  • ज्यादा इथेनॉल इस्तेमाल को सपोर्ट करने के लिए फ्लेक्सिबल फ्यूल व्हीकल (FFV) को तेजी से अपनाएं.
  • इथेनॉल तरीकों का इस्तेमाल करके सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) की रिसर्च और कमर्शियलाइजेशन में तेजी लाएं.
  • क्लीन-फ्यूल के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए डीजल में इथेनॉल ब्लेंडिंग शुरू करें.
  • अनाज-आधारित इथेनॉल यूनिट्स के लिए पॉलिसी सुरक्षा और सपोर्ट सुनिश्चित करें, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अहम हैं.
  • इथेनॉल से जुड़े सभी फैसलों में किसानों को मुख्य स्टेकहोल्डर और लाभार्थी के तौर पर प्राथमिकता देना जारी रखें.

डॉ. जैन ने आगे कहा, "इथेनॉल पॉलिसी को मजबूत करके, भारत न केवल कच्चे तेल का आयात कम कर सकता है, बल्कि लाखों अनाज उगाने वाले परिवारों के लिए स्थायी समृद्धि भी ला सकता है." "लगातार सपोर्ट से, अनाज-इथेनॉल उद्योग ग्रामीण विकास, किसानों के सशक्तिकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता का एक मुख्य आधार बना रहेगा."

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