सरसों रबी फसल की एक प्रमुख तिलहनी फसल है. इस फसल का भारत की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण स्थान है. सरसों उत्पादन और क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व में चीन और कनाडा के बाद भारत का स्थान है. सरसों की खेती किसानों के लिए काफी लोकप्रिय खेती है. दरअसल इस फसल की खेती कम सिंचाई और कम लागत में आसानी से हो जाती है. वहीं इसकी खेती से किसानों को अधिक लाभ भी होता है. साथ ही सरसों के तेल का डिमांड बाजारों में हमेशा बनी रहती है, क्योंकि सरसों के तेल के कई फायदे भी हैं. सरसों के तेल का इस्तेमाल भारत के लगभग हर एक घर में किया जाता है. वहीं सरसों का तेल बालों और त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.
सरसों का उत्पादन भारत के लगभग सभी राज्यों में होता है, लेकिन सरसों उत्पादन के मामले में राजस्थान भारत के सभी राज्यों में सबसे आगे है, जबकि राजस्थान सहित पांच राज्य ऐसे हैं, जहां भारत का कुल 88 प्रतिशत सरसों का उत्पादन किया जाता है. इसकी खेती से किसान काफी बेहतर मुनाफा भी कमा रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि सरसों उत्पादन के मामले में देश के वो टॉप पांच राज्य कौन-कौन से हैं और कितना उत्पादन करते हैं.
सरसों उत्पादन के मामले में, राजस्थान देश के अन्य सभी राज्यों में अव्वल है. यहां की जलवायु और मिट्टी सरसों की खेती के लिए काफी अनुकूल है. इस वजह से सबसे अधिक सरसों का उत्पादन राजस्थान में होता है. कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग (DACFW) आंकड़ों के अनुसार देश में कुल उत्पादित होने वाले सरसों में राजस्थान में अकेले 46.7 प्रतिशत का उत्पादन होता है.
सरसों के उत्पादन में देश के सिर्फ ये पांच राज्य अकेले 88 प्रतिशत सरसों का उत्पादन करते है. कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग (DACFW) के आंकड़ों के अनुसार वह पांच राज्य, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल हैं.
ये भी पढ़ें:- देश में जल्द दूर होगी पोटाश की कमी, 10-15 दिनों में सप्लाई दुरुस्त होने की संभावना
सरसों उत्पादन के मामले में राजस्थान जहां बंपर उत्पादन करता है. वहीं उसके बाद मध्य प्रदेश है जहां कुल 15 प्रतिशत सरसों का उत्पादन होता है, फिर हरियाणा है जहां 10.08 प्रतिशत सरसों का उत्पादन होता है. उसके बाद उत्तर प्रदेश है जहां 9.5 प्रतिशत सरसों का उत्पादन होता है और फिर पश्चिम बंगाल है जहां, 6.4 प्रतिशत सरसों का उत्पादन किया जाता है. इनके अलावा कई अन्य राज्य और भी हैं जहां बचे हुए 12 प्रतिशत सरसों का उत्पादन किया जाता है.