प्याज के गिरते दामों ने महाराष्ट्र के किसानों की चिंता बढ़ा दी है. राज्य की मंडियों में किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य नहीं मिल पा रहा, जिससे वे भारी आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं. इसी समस्या को लेकर महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संघ ने 28 जुलाई को एक अहम बैठक बुलाई है, जिसमें भविष्य की रणनीति तय की जाएगी और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने की तैयारी की जा रही है.
सोमवार, 28 जुलाई को दोपहर 2 बजे महाराष्ट्र राज्य प्याज उत्पादक किसान संघ के संस्थापक अध्यक्ष भरत दिघोले की अध्यक्षता में पदाधिकारियों और किसानों की एक विशेष बैठक आयोजित की जाएगी. संगठन के नासिक जिला अध्यक्ष जयदीप भदाणे और जिला युवा अध्यक्ष केदारनाथ नवले की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है. जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार यह बैठक लासलगांव कृषि उत्पाद बाजार समिति (APMC) के प्याज बाजार में आयोजित होगी. इस मीटिंग में प्याज के बाजार मूल्य की गंभीर स्थिति पर चर्चा की जाएगी.
वर्तमान में राज्य की कई बाजार समितियों में प्याज के दाम बेहद कम मिल रहे हैं. किसान भारी आर्थिक कठिनाइयों से जूझ रहे हैं क्योंकि वो उत्पादन लागत तक वसूल नहीं कर पा रहे हैं. किसानों का मानना है कि इस संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करना बहुत जरूरी हो गया है. इसी मकसद से इस मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है. इसमें एक प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा और जरूरी उपायों का सुझाव दिया जाएगा. जयदीप भदाणे और केदारनाथ नवले ने बताया कि इस बैठक में संगठन के राज्य, संभाग, जिला और तालुका स्तर के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे.
मीटिंग के प्रमुख मुद्दे इस प्रकार हैं:
प्याज के किसान पहले ही गिरती कीमतों की वजह से परेशान थे लेकिन अब भ्रष्टाचार ने उनकी मुश्किलों को और बढ़ा दिया है. राज्य के एंटी-करप्शन डिपार्टमेंट ने अब उन शिकायतों पर ध्यान केंद्रित किया है जो प्याज की खरीद में घूसखोरी और दूसरी अनियमितताओं से जुड़ी हुई हैं. विभाग ने इसके साथ ही कड़े कदम उठाने का ऐलान किया है ताकि खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जा सके.
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