देश में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का आलम ऐसा है कि बेईमान अफसर किसानों को भी नहीं बख्शते हैं. कुछ ऐसा ही मध्य प्रदेश के उज्जैन में तैनात एक अफसर ने किसान के साथ किया, जहां किसान लाखों रुपये की रिश्वत देते-देते थक और सीबीआई के पास गुहार लगाई. अब सीबीआई ने गुरुवार को अफसर और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, सीबीआई ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीबीएन) के एक अधिकारी को एक किसान से कथित तौर पर एक करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अफसर ने किसान से उसे आपराधिक मामले में न फंसाने के बदले में रिश्वत की मांग की थी. सीबीआई ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में तैनात अधिकारी महेंद्र सिंह को उनके साथी जगदीश मेनारिया के साथ कुल रिश्वत में से तीन लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया है. CBN अधिकारी ने कथित तौर पर एक किसान के खेत से 400 किलोग्राम अफीम की भूसी जब्त की थी. मेनारिया ने बाद में किसान से संपर्क किया और उसे जब्ती की जानकारी दी.
सीबीआई की एफआईआर में आरोप लगाया गया है,
"सिंह ने जगदीश मेनारिया के माध्यम से उसे और उसके परिवार के सदस्यों को मादक पदार्थों के मामले में न फंसाने के लिए एक करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग की और यह भी धमकी दी कि अगर उसने रिश्वत की राशि नहीं दी, तो वह उन्हें आपराधिक मामले में फंसाकर जेल भेज देगा."
दबाव का सामना करते हुए, किसान ने सीबीआई का सहारा लिया, जहां उसने शिकायत दर्ज कराई कि वह मार्च से अब तक किश्तों में कुल मांग का लगभग 44 लाख रुपये चुका चुका है. किसान ने आरोप लगाया कि मेनारिया ने फिर से उससे संपर्क किया और सिंह की ओर से नौ लाख रुपये और मांगे और उसे किसी अन्य मामले में फंसाने की धमकी दी.
एक गोपनीय सत्यापन प्रक्रिया के बाद, एजेंसी को रिश्वतखोरी के आरोपों की पुष्टि करने वाले प्रथम दृष्टया सबूत मिले. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने एक जाल बिछाया, जहां कथित रिश्वत का लेन-देन हुआ और कार्रवाई के दौरान सिंह और मेनारिया को गिरफ्तार कर लिया गया.
जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "सीबीआई ने 17 जुलाई, 2025 को जाल बिछाया और उक्त बिचौलिए को सीबीएन अधिकारी की ओर से शिकायतकर्ता से तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. उक्त बिचौलिए से रिश्वत की राशि सफलतापूर्वक बरामद कर ली गई, जिसने उक्त सीबीएन अधिकारी के निर्देश पर रिश्वत ली थी." उन्होंने बताया कि गुरुवार को राजस्थान और मध्य प्रदेश में तीन स्थानों पर आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली गई.