फल, पत्तियां, छाल और जड़...सबकुछ बेचकर कर सकते हैं कमाई, आज ही लगाएं ये पेड़

फल, पत्तियां, छाल और जड़...सबकुछ बेचकर कर सकते हैं कमाई, आज ही लगाएं ये पेड़

कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो, लकड़ी वाले पेड़ों की खेती को किसान लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट मान सकते हैं. इसका लाभ लेने के लिए किसानों को थोड़ा समय देना पड़ता है. इन्हें एक निश्चित समय के साथ सही देखभाल करने पर यह आपको बड़ी आसानी से तगड़ी कमाई दे सकती है.

पेड़ों की बागवानीपेड़ों की बागवानी
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 28, 2025,
  • Updated Feb 28, 2025, 1:34 PM IST

आज के दौर में किसान उन फसलों की खेती करना चाहते हैं जिसकी बाजार में मांग अधिक हो और इससे ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके. फसलों से अच्छी कमाई के साथ ही कुछ पेड़ ऐसे हैं जो आपको मालामाल कर सकते हैं. इन पेड़ों की बागवानी में एक दो साल तक देखभाल करने के अलावा आपको ज्यादा मेहनत करने की भी आवश्यकता नहीं होती. यह पेड़ ना सिर्फ लकड़ी के लिहाज से महंगे बिकते हैं, बल्कि इनमें से कई पेड़ों के फल, पत्तियां, छाल और जड़ आदि भी बहुत महंगे बिकते हैं. ऐसे में आज हम जानते हैं कि पेड़ों की बागवानी करते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. साथ ही पौधों को लगाते समय कौन सा समय सही है. आइए जानते हैं.

पेड़ों की खेती में इन बातों का रखें ध्यान

देश के ज्यादातर किसान मिट्टी के पीएच मान का उचित देखरेख किए बिना ही बागवानी शुरू देते हैं. ऐसे में पौधे का विकास नहीं हो पाता है, जिससे भारी नुकसान की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में किसानों को बागवानी करने से पहले अपनी खेतों की मिट्टी की जांच करनी चाहिए. इसके बाद ही पौधो की बुवाई करनी चाहिए.

अब बात करें किन पेड़ों की बागवानी करें तो इसमें किसान कुछ खास पेड़ों की खेती की जा सकती हैं, जिसमें, महोगनी, यूकेलिप्टस, मालाबार नीम, सिरिस, सागौन, शीशम, अर्जुन, सखुआ और बांस की बागवानी कर सकते हैं. ऐसे पौधों के विकास के लिए मिट्टी का pH मान 6 से 7 होना चाहिए. वहीं गीली जमीन पर सीरिस, यूकेलिप्टस और बांस की कुछ खास प्रजातियों खेती बेस्ट मानी जाती हैं. इसके अलावा बंजर जमीन पर देसी सिरिस, सफेद सिरिस, नीम, महुवा, अर्जुन के पेड़ों को रोपा जा सकता है.

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खेती में इन बातों का पालन जरूरी

पेड़ों को लगाते समय लाइन से लाइन और एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी 4×5 मीटर के हिसाब से होनी चाहिए. इसके अलावा प्रति पौधे के लिए गड्ढे का माप एक फीट चौड़ा और एक फीट गहरा होना चाहिए. इसके अलावा एक गड्ढे में 5 किलो गोबर का सड़ा हुआ खाद, 100 ग्राम सिंगल सुपर फास्फेट, 100 ग्राम यूरिया और 50 ग्राम पोटाश डाल कर भर देना चाहिए. वहीं, इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि इन सभी प्रक्रियाओं के साथ पौधा रोपाई बारिश के समय करें. इन निर्देशों का पालन करने से इन बेशकीमती पौधों के मुरझाने का खतरा बिलकुल भी नहीं होता है.

पेड़ों के साथ करें इन फसलों की खेती

कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो, लकड़ी वाले पेड़ों की खेती को किसान लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट मान सकते हैं. इसका लाभ लेने के लिए किसानों को थोड़ा समय देना पड़ता है. इन्हें एक निश्चित समय के साथ सही देखभाल करने पर यह आपको बड़ी आसानी से तगड़ी कमाई दे सकता है. वहीं, वैज्ञानिकों का मानना होता है कि पेड़ को लगाने से काटने तक के बीच के समय में आप अतिरिक्त कमाई के लिए इनके बीच खाली जगहों पर हल्दी, अदरक, अरबी, काली मिर्च और मिर्च जैसी फसलों की खेती भी कर सकते हैं.

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