काली मिर्च जिसे पाइपर नाइग्रम है और इसे पेपरकॉर्न भी कहा जाता है. ये भोजन को टेस्टी और स्पाइसी बनाने के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवा के रूप में भी काम करती है. काली मिर्च का उपयोग खाने में मसाले के तौर पर किया जाता है. इसलिए लोग इस पौधे को घर पर लगाना पसंद करते हैं. काली मिर्च (ब्लैक पेपर) का पौधा बेल के रूप में उगने वाला बहुवार्षिक पौधा है. वहीं, हर साल भारत से बड़ी मात्रा में मसालों का निर्यात किया जाता है. पर क्या आप जानते हैं कि भारत के किस राज्य सबसे अधिक काली मिर्च का उत्पादन होता है. आइए जानते हैं.
ये राज्य हैं सबसे आगे
- काली मिर्च उत्पादन के मामले में कर्नाटक देश के अन्य सभी राज्यों में सबसे आगे है.
- यहां की जलवायु और मिट्टी काली मिर्च और अन्य मसालों की खेती के लिए काफी अनुकूल है.
- इस वजह से सबसे अधिक काली मिर्च का उत्पादन कर्नाटक में होता है.
- नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार कर्नाटक में 68.24 फीसदी काली मिर्च का उत्पादन होता है.
अन्य राज्यों का स्थान
- काली मिर्च उत्पादन के मामले में कर्नाटक जहां सबसे आगे है.
- उसके बाद दूसरे स्थान पर केरल है, यहां कुल 24.44 फीसदी काली मिर्च का उत्पादन किया जाता है.
- तीसरे पायदान पर असम है, यहां काली मिर्च का 2.25 फीसदी उत्पादन किया जाता है.
- चौथे पायदान पर मेघालय है, इस राज्य का काली मिर्च उत्पादन में 1.80 फीसदी की हिस्सेदारी है.
- इसके अलावा पांचवें नंबर पर तमिलनाडु है जहां काली मिर्च की 0.76 फीसदी पैदावार होती है.
- छठे पायदान पर महाराष्ट्र है, इस राज्य की काली मिर्च उत्पादन में 0.40 फीसदी की हिस्सेदारी है.
- यानी ये छह राज्य मिलकर कुल 95 फीसदी काली मिर्च का उत्पादन करते हैं.
काली मिर्च के फायदे
- काली मिर्च भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाया जाता है.
- इसमें विटामिन-ए, विटामिन-सी और बीटा-कैरोटीन पाया जाता है.
- इसे खाने से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से छुटकारा मिलता है.
- यह सूजन और पेट में गैस, कब्ज और अपच के लिए भी लाभकारी होता है.
- इसके सेवन से वजन कम होता है और गठिया जैसी बीमारियों के लिए भी काफी फायदेमंद होता है.
किसान ऐसे करें खेती
- काली मिर्च की खेती करना बहुत ही आसान है.
- इसके लिए कोई विशेष प्रशिक्षण की जरुरत नहीं होती है.
- कोई भी किसान इसकी खेती कर सकता है.
- अगर काली मिर्च की खेती जैविक तरीके से की जाए तो काफी अच्छा उत्पादन होता है.
- इसकी खेती में कलम विधि का इस्तेमाल किया जाता है.
- काली मिर्च के कलम को कतार में थोड़ी दूरी पर लगाना चाहिए.
- इसके बेलों को चढ़ाने के लिए बांस या छोटे मचान बनाना बेहतर रहता है.
- काली मिर्च का एक पौधा कम से कम 25 साल तक फलता-फूलता है.