Millets: कोदो किन-किन बीमारियों में फायदेमंद है, 5 पॉइंट्स में पढ़िए

Millets: कोदो किन-किन बीमारियों में फायदेमंद है, 5 पॉइंट्स में पढ़िए

कोदो बाजरा में फेनोलिक और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं. ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर में मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं, ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और कोशिकाओं को टूटने से बचाते हैं." कोदो अनाज उन लोगों के लिए किसी इलाज से कम नहीं है जो ग्लूटेन-मुक्त आहार का पालन करते हैं.

Benefits of Kodo MilletsBenefits of Kodo Millets
प्राची वत्स
  • Noida,
  • May 13, 2024,
  • Updated May 13, 2024, 2:22 PM IST

मोटे अनाज यानी मिलेट्स को ऋषि अनाज भी कहा जाता है क्योंकि प्राचीन काल में यह ऋषि-मुनियों का पसंदीदा अनाज हुआ करता था. आमतौर पर यह झाड़ियों में उगता था. बाद में इस भोजन का महत्व कम होने लगा और यह गरीबों का भोजन बनने लगा. बाद में गरीब भी इसे खाने से कतराते रहे, लेकिन अब जब कई वैज्ञानिक शोधों में यह साबित हो गया है कि यह कोई भोजन नहीं बल्कि सेहत के लिए अमृत के समान है, तो पूरी दुनिया में इसकी मांग लगातार बढ़ने लगी. ऋषि अनाज यानी कोदो एक बहुत ही औषधीय मोटा अनाज है जिसका नियमित सेवन करने से कई शारीरिक समस्याओं जैसे ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत मिलती जरूर कम हो जाएगी. आइए जानते हैं इस कोदो अनाज के क्या हैं 5 अनोखे फायदे.

1. वजन घटाने में फायदेमंद है कोदो 

कोदो में फाइबर की अच्छी मात्रा होने के कारण यह भूख को नियंत्रित करता है. ग्लाइसेमिक लोड कम होने के कारण शरीर में ग्लूकोज जमा नहीं होता और इसे खाने के बाद पेट भरा हुआ रहता है. इससे अतिरिक्त कैलोरी लेने से बच जाते हैं, फलस्वरूप वजन कम होने लगता है.

2. रक्त साफ करने में मददगार है कोदो

कोदो खून को साफ करने का काम करता है. यह शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है. इसके साथ ही यह कफ और पित्त दोष को भी शांत करता है. इसकी प्रकृति क्षारीय (alkaline) होती है, इसलिए रक्त का पीएच संतुलित रहता है और त्वचा संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं.

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3. मधुमेह कम करने में सहायक है कोदो

कोदो में एंटीडायबिटीज यौगिक उपस्थित होते हैं. इसके सेवन से सीरम में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जिससे ग्लूकोज का लेवल कम होने लगता है. कोदो में मौजूद फाइबर के कारण रक्त में ग्लूकोज धीरे-धीरे मुक्त होता है. मधुमेह के रोगी को दिन में एक बार गेहूं-चावल की जगह कोदो को अपने आहार में शामिल करना चाहिए. इससे भरपूर पोषण मिलेगा और रक्त में ग्लूकोज का स्तर सामान्य बना रहेगा. अतः मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को कोदो के साथ अन्य किसी श्रीअन्न को भी आहार में शामिल करना चाहिए.

4. कैंसर में फायदेमंद हो सकता है कोदो

कोदो को मिट्टी के बर्तन में पकाना चाहिए. इसमें एंटीऑक्सीडेन्ट्स होते हैं. ये शरीर में फ्री रेडिकल्स की संख्या को कम करते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि होने से रोक सकते हैं.

5. हृदय स्वास्थ्य में असरकारी है कोदो

हृदय स्वास्थ्य के लिये यह पौष्टिक आहार है. इसके निरंतर सेवन से ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी आने लगती है. इसके साथ ही साथ रक्तचाप को भी सामान्य रखने में मदद करता है.

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