अमूल दुनिया का सबसे बड़ा दही प्लांट लगाएगा, हर दिन 15 लाख लीटर दूध की खपत होगी 

अमूल दुनिया का सबसे बड़ा दही प्लांट लगाएगा, हर दिन 15 लाख लीटर दूध की खपत होगी 

GCMMF दुनिया की सबसे बड़ी किसान स्वामित्व वाली डेयरी सहकारी संस्था है. यह दुनिया की शीर्ष 20 डेयरी कंपनियों में 8वें स्थान पर है. घरेलू बाजार के अलावा GCMMF करीब 50 देशों को डेयरी प्रोडक्ट निर्यात करती है. कंपनी ने ताजे दूध के चार वेरिएंट लॉन्च करके अमेरिकी बाजार में एंट्री की है. 

अमूल ब्रांड वाली GCMMF दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी डेयरी कंपनी है.अमूल ब्रांड वाली GCMMF दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी डेयरी कंपनी है.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Feb 12, 2025,
  • Updated Feb 12, 2025, 1:52 PM IST

अमूल नाम से डेयरी प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनी गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF) कोलकाता में दही प्लांट लगाने की घोषणा की है. 600 करोड़ लागत से बनने वाले इस प्लांट को दुनिया का सबसे बड़ा दही प्लांट होने का दावा किया गया है. इस प्लांट में हर दिन 15 लाख लीटर दूध की खपत क्षमता होगी, जो स्थानीय किसानों समेत अन्य राज्यों के डेयरी किसानों से खरीदा जाएगा. GCMMF दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी डेयरी कंपनी है. 

दुनिया का सबसे बड़े दही प्लांट लगाने की घोषणा 

पीटीआई के अनुसार गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF) अमूल ब्रांड के तहत डेयरी उत्पाद बेचता है. GCMMF के एमडी जयन मेहता ने कहा कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक इंटीग्रेटेड प्लांट स्थापित करने के लिए 600 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. यह दुनिया की सबसे बड़ी दही मैन्यूफैक्चरिंग फेसेलिटी होगी. कंपनी ने बीते गुरुवार को दो दिवसीय बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन (BGBS) के दौरान इस निवेश की घोषणा की. सम्मेलन में पश्चिम बंगाल को 4.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले.

हर दिन 15 लाख लीटर दूध की जरूरत होगी 

जयन मेहता ने पीटीआई से कहा कि हम पश्चिम बंगाल के कोलकाता में इंटीग्रेटेड डेयरी प्लांट स्थापित करेंगे. नए फेसेलिटी में दुनिया का सबसे बड़ा दही प्लांट होगा, जिसकी क्षमता 10 लाख किलोग्राम प्रतिदिन उत्पादन की होगी. उन्होंने कहा कि इस डेयरी प्लांट में कुल निवेश 600 करोड़ रुपये होगा. इसकी कुल दूध प्रॉसेसिंग कैपेसिटी 15 लाख लीटर प्रतिदिन होगी. उन्होंने कहा कि कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में दही की भारी मांग है. 

कंपनी का कारोबार 59 हजार करोड़ के पार 

गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (GCMMF) का कारोबार वित्तीय वर्ष 2023-24 में 8 फीसदी बढ़कर 59,445 करोड़ रुपये पहुंच चुका है. कंपनी को मजबूत मांग के चलते इस वित्तीय वर्ष के दौरान रेवेन्यू में दोहरे अंकों की बढ़ोत्तरी की उम्मीद है. पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान GCMMF ने औसतन प्रतिदिन 310 लाख लीटर दूध का प्रबंधन किया. इसकी कुल वार्षिक दूध प्रॉसेसिंग कैपेसिटी लगभग 500 लाख लीटर है.

GCMMF दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी डेयरी कंपनी 

GCMMF दुनिया की सबसे बड़ी किसान स्वामित्व वाली डेयरी सहकारी संस्था है, जिसके गुजरात के 18,600 गांवों में 36 लाख किसान हैं और इसके 18 सदस्य संघ हर 300 लाख लीटर दूध खरीदते हैं. अंतर्राष्ट्रीय फार्म तुलना नेटवर्क (IFCN) के अनुसार दूध प्रॉसेसिंग के मामले में यह दुनिया की शीर्ष 20 डेयरी कंपनियों में 8वें स्थान पर है. घरेलू बाजार के अलावा GCMMF करीब 50 देशों को डेयरी प्रोडक्ट निर्यात करती है. कंपनी ने ताजे दूध के चार वेरिएंट लॉन्च करके अमेरिकी बाजार में एंट्री की है. 

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