मोटे अनाज यानी मिलेट्स को अब भारत में श्री अन्न के नाम से जाना जाता है. आजकल देश में सबसे अधिक चर्चा मोटे अनाजों की है. मोटे अनाजों को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. ये एक पौष्टिक अनाज है, जिसकी खेती दुनिया के कई क्षेत्रों में की जाती है. खासकर एशिया और अफ्रीका में इसकी खेती प्रमुखता से होती है. मोटा अनाज पाचन में सहायता करता है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करता है. इसे हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद माना जाता है. मोटे अनाजों को पीसकर उसके आटे से रोटी, डोसा के साथ-साथ कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा सकते हैं.
मोटे अनाजों के गुणों की बात तो हो गई लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस मोटे अनाज को 'किंग ऑफ मिलेट्स' के नाम से जाना जाता है? यानी किस किस मोटे अनाज को मिलेट्स का राजा कहा जाता है. आइए जानते हैं.
वैसे तो मिलेट्स में आठ मोटे अनाजों को शामिल किया गया है जिसमें बाजरा, ज्वार, रागी, कंगनी, कुटकी, कोदो, सांवा और चीना शामिल हैं. इसी बीच एक सवाल ये है कि आखिर भारत में ऐसा कौन सा मोटा अनाज है जिसे मोटे अनाज का राजा कहा जाता है, तो इसका जवाब है ज्वार.. जी हां ज्वार को मोटे अनाजों का राजा यानी 'किंग ऑफ मिलेट्स' कहा जाता है. ज्वार की खेती करके किसान पैदावार के साथ अच्छी इनकम भी कमा सकता है.
ज्वार की खेती भारत के कई राज्यों में की जाती है जिसमें महाराष्ट्र अव्वल है. साथ ही राजस्थान और पंजाब में भी इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. जैसे- प्रोटीन, विटामिन, पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसके अलावा ज्वार के सेवन करने के कई फायदे हैं.
इसके सेवन से वजन कम होता है. यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है. वजन घटाने में मददगार होता है, हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार है. साथ ही यह डायबिटीज मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है. इसके अलावा पशुओं के चारे के रूप में ज्वार के सभी भागों का इस्तेमाल किया जाता है. यह एक प्रकार की जंगली घास है, जिसकी बाली के दाने मोटे अनाजों में गिने जाते हैं. वहीं ज्वार की फसल दो सीजन में लगाई जाती है. खरीफ और रबी.