मोटे अनाज यानी मिलेट्स को अपने पोषक तत्वों और गुणों के लिए जाना जाता है. पूरे देश में आजकल मोटे अनाजों की खूब चर्चा हो रही है. देश के अलग-अलग आयोजनों में मोटे अनाज से बने व्यंजन लोगों को परोसे जा रहे हैं. इसके अलावा वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया गया. इसको लेकर देश के किसानों से लेकर लोगों के बीच मोटे अनाज की खेती की ओर खूब रुचि बढ़ रही है. मोटे अनाज यानी मिलेट्स को अब भारत में श्री अन्न के नाम से भी जाना जाता है.
मिलेट्स ईयर में आठ मोटे अनाजों को शामिल किया गया है, जिसमें रागी, बाजरा, सांवा, कोदो, कुटकी, कंगनी, ज्वार और चीना हैं. ऐसे में आपको जानना जरूरी है कि भारत में बाजरा का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन सा है. यानी किस राज्य से सबसे अधिक आता है बाजरा. आइए जानते हैं.
बात करें बाजरा उत्पादन कि तो इसमें राजस्थान देश के अन्य सभी राज्यों में सबसे आगे है. यहां की जलवायु और मिट्टी बाजरे की खेती के लिए काफी बेहतर है. इस वजह से सबसे अधिक बाजरा उत्पादन राजस्थान में होता है. एग्रीकल्चर स्टेट बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार देश में कुल उत्पादित होने वाले बाजरे में राजस्थान अकेले 28.6 प्रतिशत का उत्पादन करता है.
आमतौर पर हम सभी के घरों में गेहूं के आटे की रोटियां बनाई जाती हैं, लेकिन कई ऐसे लोग हैं जो बाजरे की रोटी खाना पसंद करते हैं. बाजरा खाने के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं, इसलिए डॉक्टर भी हेल्दी डाइट में बाजरे का उपयोग करने की सलाह देते हैं. साथ ही बाजरा की कीमत भी अधिक नहीं होती है, इसलिए आप इसका इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं. ज्यादातर घरों में लोग बाजरे को अलग-अलग तरीके से इस्तेमाल करते हैं. अगर आप चाहें तो बाजरे की खिचड़ी, रोटी, चीला या फिर हलवा बनाकर भी खा सकते हैं.
बाजरा ऐसा मोटा अनाज है जो मात्र 60-100 दिनों में पक कर तैयार हो जाता है. इस फसल को सूखा क्षेत्र में भी आसानी से उगाया जा सकता है. पर्ल मिलेट यानी बाजरा सूक्ष्म पोषक तत्वों और आवश्यक अमीनो एसिड से भरपूर होता है. इसमें भरपूर पोषक तत्व पाए जाने के कारण पशुओं के चारे के रूप में भी इसे उगाया जाता है.