
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा है कि रबी फसलों की समयबद्ध बुवाई किसानों के लिए अधिक उत्पादन और बेहतर आय का सुनहरा अवसर है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज अनुदानित दरों पर उपलब्ध करा रही है, ताकि गेहूं, चना, मसूर, मटर और सरसों जैसी प्रमुख फसलों की पैदावार बढ़ाई जा सके. कृषि विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि हर किसान तक समय पर बीज पहुंचे और किसी को किसी प्रकार की चिंता न करनी पड़े.
कृषि मंत्री ने शनिवार को बीज उपलब्धता और वितरण की समीक्षा बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी जिलों में पर्याप्त प्रमाणित बीज की उपलब्धता रहें. उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री शाही ने किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि विभागीय आकलनों के अनुसार समय से की गई बुवाई से फसल अधिक पुष्ट विकसित होती है और उत्पादन उल्लेखनीय रूप से बढ़ता है. उन्होंने जानकारी दी कि गेहूं की लेट बुवाई से प्रतिदिन उपज में कमी की संभावना तो होती है, साथ ही समय पर की गई बुवाई खेती को अधिक लाभकारी बनाती है और किसानों की मेहनत का पूरा मुनाफा सुनिश्चित करती है.
उत्तर प्रदेश के सभी अन्नदाताओं से अपील करते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि योगी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के संकल्प की दिशा में लगातार काम कर रही है. इसलिए सभी किसान 30 नवम्बर 2025 के पहले ही अपने नजदीकी बीज बिक्री केंद्र से अनुदान पर बीज प्राप्त कर बुवाई का कार्य निपटा लें. इससे किसान न केवल अधिक उत्पादन और मुनाफा प्राप्त करेंगे, बल्कि प्रदेश को खाद्यान्न उत्पादन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां दिलाने में भी सहभागी बनेंगे.
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने रबी सीजन 2025-26 में किसानों को बीज और खाद की उपलब्धता तय करने के लिए व्यापक तैयारी की है. इस वर्ष सरकार ने किसानों को सब्सिडी पर 11.12 लाख क्विंटल बीज बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, तोरिया, सरसों, राई और अलसी सहित सभी प्रमुख फसलों के लिए लक्ष्य तय किया गया है, जिनके सापेक्ष 81 प्रतिशत बीज उपलब्धता और 69 प्रतिशत बीज बांटे जा चुके हैं.
इस समीक्षा बैठक में कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख और वरिष्ठ विभागीय अधिकारी प्रमुख सचिव कृषि रविंद्र, विशेष सचिव कृषि ओ.पी. वर्मा, निदेशक कृषि पंकज त्रिपाठी, बीज विकास निगम के निदेशक पीयूष शर्मा, अपर निदेशक (बीज एवं प्रक्षेत्र) अनिल पाठक और संयुक्त निदेशक (उर्वरक) आशुतोष मिश्रा उपस्थित रहे.
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