Potato Price: ऐसा क्या हुआ क‍ि यूपी में स‍िर्फ 2 रुपये क‍िलो रह गया आलू का दाम, जान‍िए वजह

Potato Price: ऐसा क्या हुआ क‍ि यूपी में स‍िर्फ 2 रुपये क‍िलो रह गया आलू का दाम, जान‍िए वजह

त्तर प्रदेश में आलू का भाव लगातार लुढ़क रहा है. कोल्ड स्टोरेज से लगातार हो रही निकासी के चलते बाजार में आलू के भाव में बड़ी गिरावट देखने को मिली है.आलू के भाव ₹200 प्रति कुंतल जा पहुंचे हैं जिसके चलते किसानों ने निकासी बंद कर दी है.

आलू के भाव में बड़ी गिरावट आलू के भाव में बड़ी गिरावट
धर्मेंद्र सिंह
  • Lucknow ,
  • Oct 12, 2023,
  • Updated Oct 12, 2023, 1:22 PM IST

उत्तर प्रदेश में आलू का भाव लगातार लुढ़क रहा है. कोल्ड स्टोरेज से लगातार हो रही निकासी के चलते बाजार में आलू के भाव में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. आलू की खेती करने वाले किसान इन दिनों बीज की खरीदारी भी कर रहे है. उत्तर प्रदेश के आगरा, अलीगढ़ ,कासगंज और फर्रुखाबाद इलाके में बड़े पैमाने पर आलू की खेती होती है लेकिन इन दिनों कोल्ड स्टोरेज से ज्यादा निकासी के चलते आलू के भाव ₹200 प्रति कुंतल जा पहुंचे हैं जिसके चलते किसानों ने निकासी बंद कर दी है. आलू कोल्ड स्टोरेज में अब सड़ने लगा है जिसको सड़क किनारे फेंक भी जा रहा है. लखनऊ के पड़ोसी जनपद उन्नाव  के गंजमुरादाबाद के  हसनपुर के पास सड़क किनारे आलू का ढेर पड़ा हुआ है जो कोल्ड स्टोरेज से द्वारा फेंका जा रहा है.अब  किसानों का आलू सड़ने लगा है. कोल्ड स्टोरेज के ज्यादा भाड़े के चक्कर में किसान आलू को नहीं उठा रहे हैं. 

₹200 प्रति क्विंटल तक बिकने लगा आलू

उत्तर प्रदेश में इस वर्ष किसानों को आलू की अच्छी कीमतें मिलने की उम्मीद थी लेकिन अच्छी  पैदावार और एक साथ हो रही कोल्ड स्टोरेज से निकासी के चलते भाव में लगातार गिरावट हो रही है. प्रदेश में अब तक 50000 मीट्रिक टन से ज्यादा आलू निकल जा चुका है जिसके चलते आलू के भाव 200 से लेकर 250 रुपए प्रति कुंतल रह गया है. कोल्ड स्टोरेज का भाड़ा प्रति कुंतल 310 रुपए है. ऐसे में किसान आलू की निकासी नहीं कर रहे हैं. आलू निकालने आए किसान सिर्फ उतना ही निकल रहे हैं जितने उनके  खेत में बीज और घर की लिए जरूरी है.

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तेज हुई आलू की बुवाई

उत्तर प्रदेश में तेजी से आलू की बुवाई का काम शुरू हो चुका है. किसान इन दिनों कोल्ड स्टोरेज से आलू के बीच को निकाल कर बुवाई करने लगे हैं. वहीं किसानों ने आलू की बीज की बिक्री के लिए भी निकासी शुरू कर दी है. किसान राजकुमार का कहना है कि इस बार आलू के बीज का कोई भाव नहीं है. आलू माटी के भाव बिक रहा है. अक्टूबर के शुरुआती दिनों में हुई बारिश के चलते खेतों में पर्याप्त नमी है जिसका फायदा उठाने के लिए किसानों ने आलू की बुवाई तेजी से कर रहा है. आलू की पहली बुवाई 15 सितंबर से शुरू हो जाती है जो 15 अक्टूबर तक चलती है. वही किसान धान की फसल काटने के बाद भी आलू की बुवाई करते हैं जो नवंबर तक चलती है.

 

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