ओडिशा के कोरापुट में आलू के बीज के लिए हाहाकार, दुकान-दुकान भटकने को मजबूर किसान 

ओडिशा के कोरापुट में आलू के बीज के लिए हाहाकार, दुकान-दुकान भटकने को मजबूर किसान 

ओडिशा के कोरापुट जिले में आलू की खेती करने वाले किसान इन दिनों खासे परेशान हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार यहां पर सीमांत किसानों को इन दिनों आलू के बीज के लिए परेशान होना पड़ रहा है. यहां पर आलू के बीज के लिए किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं. कोरापुट जिले के 7500 से अधिक सीमांत किसानों को आलू के बीज हासिल करने में मुश्किलें हो रही हैं.

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क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Jul 25, 2024,
  • Updated Jul 25, 2024, 6:14 PM IST

ओडिशा के कोरापुट जिले में आलू की खेती करने वाले किसान इन दिनों खासे परेशान हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार यहां पर सीमांत किसानों को इन दिनों आलू के बीज के लिए परेशान होना पड़ रहा है. यहां पर आलू के बीज के लिए किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं. कृषि विभाग की तरफ से पिछले दिनों कोरापुट जिले में आलू की खेती का रकबा 1,900 हेक्टेयर से बढ़ाकर 4,000 हेक्टेयर कर दिया था. उस समय विभाग की तरफ से किसानों को आलू के बीज भी मुहैया कराए गए थे. इस कदम से किसान प्रोत्‍साहित भी हुए थे लेकिन अब एक फैसले से किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं. 

7500 हजार किसान परेशान 

न्‍यू इंडियन एक्‍सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार कोरापुट जिले के 7500 से अधिक सीमांत किसानों को आलू के बीज हासिल करने में मुश्किलें हो रही हैं. कृषि विभाग की तरफ से जब आलू की खेती का रकबा बढ़ाया गया था तो सरकार ने 58,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की सब्सिडी भी दी थी. इस कदम से इस साल ज्‍यादा से ज्‍यादा किसान आलू की खेती करने के लिए प्रोत्साहित हुए.  लेकिन, इस साल आलू की खेती का रकबा घटकर सिर्फ 750 हेक्टेयर रह गया. इससे किसानों को काफी निराशा हुई है. 

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कई किलो बीज सड़े हुए  

सूत्रों की मानें तो बागवानी विभाग ने इस साल पश्चिम बंगाल से बीज खरीदे हैं. हालांकि, कई किसानों ने बीज लेने से इनकार कर दिया क्योंकि हर बैग में कम से कम 10-15 किलो बीज सड़े हुए थे. किसान इस बात को लेकर और परेशान हैं कि खरीफ का सीजन 31 जुलाई तक खत्म हो जाएगा और अभी भी बीज नहीं मिल सके हैं. यहां के नंदपुर, लम्पापुट कोरापुट, दसमंतपुर, लक्ष्मीपुर, सेमलीगुडा और पोट्टांगी ब्लॉकों की मिट्टी खरीफ आलू की खेती के लिए सही मानी गई है. 

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बीज नहीं मिलने से काफी परेशान 

बागवानी विभाग के डिप्‍टी डायरेक्‍टर एस बिस्वाल के हवाले से लिखा है कि आलू के बीज की खरीद में जिला बागवानी अधिकारी शामिल नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'हम राज्य सरकार द्वारा आवंटित अनुपात के अनुसार बीज वितरित करते हैं.' हालांकि यह एक बड़ी चुनौती है जिसे दूर करने की सख्‍त जरूरत है. साथ ही यहां पर कोल्ड स्टोरेज सुविधाएं भी एक बड़ी चुनौती है. कोरापुट में वर्तमान में तीन कोल्ड स्टोरेज हैं जिनकी कुल स्‍टोरेज क्षमता करीब 15,000 मीट्रिक टन है. 

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