सहजन या मोरिंगा का नाम लेते ही आपके चेहरे के सामने हराभरा पेड़ नजर आ रहा होगा. लेकिन इसकी खेती का चलन तेजी से बढ रहा है. क्योंकि ये पेड़ कम लागत में किसानों को अच्छी कमाई दे रहा है, इसकी खेती बंजर पड़ी जमीन पर भी की जा सकती है. ऐसे में अगर आप कम समय, कम निवेश और कम मेहनत में ज्यादा पैसा कमाना चाहते हैं, तो आपको सहजन की खेती करनी चाहिए. बता दें कि सहजन के अचूक फायदे को देखते हुए शहरों में इसका डिमांड काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. ऐसे में अगर आप भी सहजन की बागवानी करना चाहते हैं तो राष्ट्रीय बीज निगम इसके बेस्ट किस्म का बीज बेच रहा है. आइए जानते हैं कैसे खरीदें.
शहरों में सहजन की बढ़ती हुई डिमांड को देखते हुए राष्ट्रीय बीज निगम NSC किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन सहजन की बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. साथ ही यहां किसानों को अन्य प्रकार की फसलों के बीज और पौधे भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
फार्म सोना सहजन की एक खास किस्म है. अन्य वैरायटी की तुलना में इसकी फली का स्वाद काफी बेहतर होता है. वहीं, इस किस्म के पौधों से लगातार चार साल तक फली प्राप्त की जा सकती है. पौधों में 90 से 100 दिनों बाद फूल आना शुरू हो जाता है. इसकी फली की लंबाई लगभग 45 से 75 सेंटीमीटर की होती है. साथ ही इस किस्म से साल में लगभग चार बार फली मिलती है.
अगर आप भी सहजन की फार्म सोना किस्म कि बागवानी करना चाहते हैं तो इस किस्म के बीज का 10 ग्राम का पैकेट में उपलब्ध है. इसका 10 ग्राम का पैकेट फिलहाल 15 फीसदी छूट के साथ 34 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम की वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से सहजन यानी मोरिंगा की खेती कर सकते हैं.
सहजन के पौधे की रोपाई गड्ढा बनाकर किया जाता है. खेती से पहले खेत को अच्छी तरह खरपतवार मुक्त करने के बाद 2.5 x 2.5 मीटर की दूरी पर 45 x 45 x 45 सेंमी. आकार का गड्ढा बनाएं. गड्ढे के उपरी मिट्टी के साथ 10 किलो सड़ा हुआ गोबर का खाद मिलाकर गड्ढे को भर दें. इससे खेत पौध के रोपनी के लिए तैयार हो जाता है. सहजन को बीज और पौधे दोनों प्रकार से उगाया जा सकता है.