
देश में मूंगफली न केवल एक प्रमुख तिलहन फसल है, बल्कि किसानों की कमाई का महत्वपूर्ण जरिया भी है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इसकी कई किस्मों की खेती की जाती है. मूंगफली की मांग सालभर बाजार में रहती है जिसके कारण किसान इसकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं.लेकिन मूंगफली की अधिक पैदावार के लिए किसान कन्फ्यूज हैं कि आखिर वो कौन सी किस्म की खेती करें जो कम समय में अधिक उपज दे. ऐसे में अगर आप सितंबर के अंतिम हफ्ते या अक्टूबर में बोई जाने वाली मूंगफली की किस्मों की खेती करना चाहते हैं तो आप इसकी कादिरी लेपाक्षी वैरायटी की खेती कर सकते हैं. आइए जानते हैं कहां से ऑनलाइन खरीद सकते हैं इसके बीज.
मूंगफली K-1812 जिसे कादिरी लेपाक्षी के नाम से जाना जाता है, एक उन्नत किस्म है जो सूखे और कई तरह के कीटों के प्रति सहनशील है. यही कारण है कि इसकी खेती किसानों के बीच काफी लोकप्रिय है. इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसमें प्रोटीन, मैग्नीशियम, विटामिन और अन्य कई तरह के पोषण तत्व मौजूद हैं. मूंगफली K-1812 को आंध्र प्रदेश में कृषि अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित किया गया है. इसकी खेती दक्षिण भारत के राज्यों में ज्यादा लोकप्रिय है. बात करें इस किस्म की पैदावार की तो इसकी प्रति हेक्टेयर फसल से किसानों को औसतन 30 से 35 क्विंटल तक पैदावार मिल सकती है.
बता दें कि मूंगफली की खेती करने से मिट्टी की उर्वरता शक्ति बढ़ती है और मिट्टी का कटाव भी कम होता है. ऐसे में मूंगफली की खेती के लिए सही मिट्टी का चयन करना बहुत जरूरी होता है. दरअसल, मूंगफली की खेती के लिए, हल्की पीली दोमट मिट्टी अच्छी होती है. साथ ही खेती के लिए, जल निकासी वाली मिट्टी का चुनाव करना चाहिए. मूंगफली की खेती के लिए, खेत की तैयारी के समय, गोबर की सड़ी हुई खाद को मिट्टी में मिला देना चाहिए. फिर तैयार किए गए खेत में बीज की बुवाई करना चाहिए.
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