महाराष्ट्र में आमतौर पर सभी किसान गुणवत्ता के कारण महाबीज कंपनी के बीज को ही खरीदना पहली पसंद मानते हैं. लेकिन लातूर जिले में 200 किसानों ने महाबीज कंपनी के बीज से उत्पादन ना होने की शिकायत कृषि विभाग से की है. राज्य सरकार के अधीन संचालित महाराष्ट्र स्टेट सीड कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी महाबीज में तैयार किए गए बीज को अच्छी उपज देने वाले बीज के लिए जाना जाता है. लेकिन लातूर में कई जगह पर महाबीज कंपनी के बीज से फसल के न उगने के कारण अब 200 किसानों को दोबारा बुवाई करने की नौबत आ गई है.
ऐसे ही दापगिल गांव के किसान दत्ता हनुमंत सूर्यवंशी ने बताया कि वह एक छोटे किसान हैं, उन्होंने अन्य गांव वालों के साथ ही महाबीज 612 कंपनी के बीज को खेत में डाला था, लेकिन बुवाई के बाद फसल की उगाई नहीं हुई. उन्होंने बताया कि इस कंपनी के दो बैग की बुवाई की थी, जिसे उन्होंने बीस हजार रुपए देकर खरीदा था. लेकिन बुवाई के बाद उगाई न होने के कारण अब उन्होंने दोबारा बुवाई करनी पड़ रही है.
किसान दत्ता हनुमंत सूर्यवंशी ने कहा कि प्रशासन से मेरी दरख्वास्त है कि ऐसे किसानों को पंचनामा कर मदद दे. दापगिल गांव के किसान राम निवृत्ति भोसले ने भी बताया कि मेरी दो एकड़ जमीन है, जिसमें मैंने महाबीज कंपनी के फसलों के बीज तीन बैग की बुवाई की थी लेकिन बुवाई के बाद भी आज काफी समय निकल गया है पर अभी तक फसलों की उगाई न होने के कारण मुझे दोबारा बुवाई करनी पड़ रही है.
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इस समस्या को लेकर लातूर जिले की कृषि अधिकारी रक्षा शिंदे ने कहा कि लातूर जिले के अभी तक 243 किसानों ने उगाई को लेकर कृषि विभाग को शिकायतें दर्ज कराई है, जिसमें से 200 किसानों ने महाबीज कंपनी की उगाई को लेकर तो बाकी 43 किसानों ने अन्य निजी कंपनियों की शिकायतें दर्ज की है. बुवाई को लेकर आई समस्याओं के लिए कृषि विभाग की ओर से तहसील लेवल पर शिकायत निवारण समिति गठित की गई है, जो पीड़ित किसानों के खेत में जाकर पंचनामा कर रही है, जिसके चलते अब तक 173 पीड़ित किसानों के पंचनामे किए गए हैं. वहीं बाकी के भी पंचनामे आने वाले 2 दिनों में किए जाने के लिए सूचना समिति को दी गई हैं.