Fake Seeds: नकली बीज इन दिनों किसानों के साथ ही साथ सरकार और अधिकारियों के लिए भी सिरदर्द बन गए हैं. भारत जो एक कृषि प्रधान देश है, वहां पर नकली बीज किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं. नकली बीजों की वजह से किसानों की पूरी मेहनत बेकार हो जाती है क्योंकि ये बीज उनकी पूरी फसल ही चौपट कर देते हैं. तेलंगाना, महाराष्ट्र मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश के कई ऐसे किसान पिछले दिनों सामने आए हैं जिन्हें नकली बीजों के चलते बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है. नकली बीज न केवल फसल को बर्बाद करते हैं, बल्कि किसान के सपनों, पूंजी और मेहनत को भी मिट्टी में मिला देते हैं. ऐसे में इनकी पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है.
नकली बीज ऐसे बीज होते हैं जो किसी कंपनी या प्रमाणित स्रोत से नहीं आते उन्हें किसी गोदाम या फैक्ट्री में चोरी-छिपे तैयार किए जाते हैं. इन बीजों की क्वालिटी बेहद खराब होती है और जर्मिनेशन भी घटिया होता है. कुछ मामलों में तो पुराने या खराब स्टॉक को ही नई पैकेजिंग में बेच दिया जाता है. अगर कोई आपको नकली बीज बेचता है तो आप संबंधित कंपनी या डीलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं.
नकली बीज से उगाई गई फसल की अंकुरण दर बेहद कम होती है. कभी-कभी पौधे निकलते ही नहीं, या निकलते हैं तो कमजोर और रोगग्रस्त होते हैं. किसान जो एक सीजन के लिए बीज, खाद, कीटनाशक, सिंचाई, मजदूरी पर भारी निवेश करता है, नकली बीज उसकी पूरी पूंजी को डुबा देते हैं. इसके अलावा बीज खराब निकलने के बाद किसान के पास दोबारा बुवाई का समय नहीं बचता और पूरा साइकिल ही गड़बड़ा जाता है. नकली बीजों से हुए नुकसान की भरपाई आसान नहीं होती. कई किसानों को कर्ज में डूबने की नौबत आ जाती है. कभी-कभी किसान आत्महत्या जैसे कदम भी उठा लेते हैं.
किसान नीचे दिए गए टिप्स की मदद से नकली बीजों से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं.
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