यह खबर गोवा की है. यहां किसानों को कहा गया है कि अगर उनका बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है तो उनकी सब्सिडी रुक सकती है. ऐसे में बेहतर उपाय यही है कि वे फौरान अपनी बैंक डिटेल्स को अपडेट करा लें. इसमें सबसे जरूरी काम बैंक खाता को आधार से जोड़ना है. अगर बैंक खाता और आधार एक दूसरे से लिंक नहीं हैं तो सब्सिडी का लाभ रुक सकता है. गोवा के कृषि विभाग ने सभी किसानों को साफ-साफ समझा दिया है कि जितनी जल्दी हो सके, वे अपने आधार से बैंक खाते को जुड़वा लें.
कृषि विभाग ने किसानों से कहा है कि वे अपने कृषि कार्ड में आधार लिंक्ड बैंक अकाउंट की ही डिटेल दें. अगर बिना आधार वाले बैंक खाते की डिटेल दी जाती है तो सब्सिडी का लाभ रुक सकता है. किसानों को सब्सिडी का लाभ आधार पेमेंट ब्रिज सिस्टम यानी एपीबी के जरिये दिया जाता है. इसमें किसानों के खाते में सब्सिडी का पैसा सीधा ट्रांसफर किया जाता है. अगर बैंक खाता आधार से लिंक नहीं होगा तो उस खाते में पैसा ट्रांसफर नहीं होगा. गोवा कृषि विभाग ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि किसानों को डीबीटी के जरिये जल्दी पैसा दिया जा सके और इसमें किसी तरह का भ्रष्टाचार न हो.
सब्सिडी का लाभ लेने के लिए किसानों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका आधार नंबर उनके बैंक खाते से जुड़ा हुआ है और ये डिटेल कृषि कार्ड रिकॉर्ड में सटीक रूप से दिखाए गए हैं. चूंकि एपीबी सिस्टम किसी भी पेमेंट को पूरा करने के लिए आधार को एक विशिष्ट पहचान के रूप में उपयोग करती है, इसलिए खाद सब्सिडी, सिंचाई सब्सिडी और उपकरण सहायता जैसी अलग-अलग कृषि योजनाओं के तहत लाभ पाने के लिए सही लिंकेज होना जरूरी है.
डिटेल को अपडेट करना एक आसान काम है. लिंकिंग को पूरा करने के लिए किसान अपने आधार कार्ड और पासबुक के साथ अपने बैंक जा सकते हैं, या जहां उपलब्ध हो वहां ऑनलाइन बैंकिंग प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कर सकते हैं.
लिंक हो जाने के बाद, अपडेट की गई जानकारी को कृषि कार्ड डेटाबेस में दर्ज किया जाना चाहिए - या तो गोवा एग्रीस्टैक किसान पंजीकरण (GAFR) पोर्टल के माध्यम से या जनसेवा केंद्रों पर जाकर भी यह काम कराया जा सकता है. इन डिटेल को अपडेट न करने पर किसानों को समय पर सब्सिडी के लिए अयोग्य ठहराया जा सकता है.