
खेती-किसानी में अगस्त का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इस महीने में देश के सभी राज्यों में बारिश यानी मॉनसून अपने चरम पर होता है. ऐसे में यह समय खेती से जुड़े कामों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि खरीफ सीजन में किसान खरीफ की मुख्य फसल धान सहित कई अलग-अलग फसलों और फलों की भी खेती करते हैं. अगर आप खेती-किसानी या कृषि व्यवसाय से जुड़े हैं तो इस समय किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण कृषि कामों की जानकारी होना जरूरी है. ऐसे में बिहार कृषि विभाग की ओर से इस महीने किन फसलों में क्या करना है, उसकी जानकारी दी गई है. आइए जानते हैं कि किसान अगस्त के महीने में अपने खेतों में क्या करें.
1. फलदार वृक्षों को लगाएं: फलों के नए बाग लगाने के लिए पहले से तैयार गड्डों में इस माह के अंत तक पौधे लगा दें. दरअसल, अगस्त के महीने में किसान बारिश होने के साथ ही पपीता, आम और लीची, आदि का पौधा लगा सकते हैं.
2. इन सब्जियों की करें बुवाई: अगस्त के महीने में सब्जियों वाली फसलों की खेती करना अच्छा माना जाता है. इस महीने में किसान मिर्च, टमाटर और अगेती गोभी की खेती कर सकते हैं.
3. मूंगफली की फसल में ये काम: अगस्त के महीने में किसान खरीफ में बोई गई मूंगफली की फसल पर मिट्टी जरूर चढ़ाए. मिट्टी चढ़ाने के लिए ये समय सबसे अच्छा माना जाता है.
4. धान की फसल में डालें यूरिया: किसान अगस्त महीने में जुलाई में रोपे गए धान की फसल पर यूरिया का छिड़काव करें. क्योंकि इस महीने यूरिया का छिड़काव करने से फसलों का तेजी से ग्रोथ होता है.
5. हल्दी और अदरक की बुवाई: अभी तक जिन किसानों ने हल्दी, अदरक की बुवाई नहीं की वो इस महीने हल्दी और अदरक की खेती कर सकते हैं. बता दें, कि अगस्त का महीना इन दोनों फसलों की खेती के लिए सबसे अच्छा होता है. ऐसे में किसान अच्छी किस्मों का चयन करके एक दो दिन के अंदर हल्दी और अदरक की बुवाई कर दें.
6. मूंग को कीट से बचाएं: खरीफ सीजन में किसान अपने खेतों में गरमा मूंग की खेती करते हैं, जिसमें अगस्त के महीने में भुआ पिल्लू यानी कीट लगने के खतरे बढ़ जाते हैं, जिससे मूंग की फसलों को नुकसान होता है. ऐसे में किसान गरमा मूंग को भुआ पिल्लू के आक्रमण से बचाने के लिए डायमेथोएट का छिड़काव करें.