भारत में स्वादिष्ट खाने की थाली तभी पूरी होती है, जब उसमें धनिया की पत्ती और चटनी हो. दरअसल मसाला वाली फसलों में धनिया का एक महत्वपूर्ण स्थान है. इसकी खुशबू और स्वाद के कारण इसे सब्जी में मसालों के साथ प्रयोग में किया जाता है. वहीं, धनिये की खेती कई तरीके से की जा सकती है. इसे खेत में तो उगाया ही जाता है. वहीं इसे घर के गमले में भी उगाया जा सकता है. इसके अलावा इसे बिना मिट्टी के भी सिर्फ पानी में उगाया जा सकता है. आइए जानते हैं कैसे. ये भी जानेंगे कि इसे उगाते समय किन बातों का रखना होगा ध्यान.
बिना मिट्टी के धनिया उगाने के लिए सबसे पहले तो एक स्टील या एल्युमीनियम के भगोने में पानी भर लें. वहीं, ध्यान रखें कि इसे प्लास्टिक के डिब्बे में उगाने की कोशिश न करें क्योंकि धनिया की जड़ों पर रोशनी नहीं पड़नी चाहिए. इसलिए स्टील या एल्यूमीनियम का बर्तन काफी अच्छा रहता है. इसके बाद आपको धनिया के बीज लेने हैं जिन्हें थोड़ा सा कूट लेना है. ये ध्यान रखना है कि धनिया के बीज को पीसना नहीं है सिर्फ बीच में से तोड़ना है. अब आपको एक जालीदार प्लास्टिक की डलिया लेनी है. डलिया में आपको बीज डालने हैं. वहीं, ये ध्यान दें कि सारे बीज एक बार में न डालें.
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एक-एक हफ्ते के अंतराल पर बीज डालते रहें ताकि धनिया का हार्वेस्ट अलग-अलग हो. इसके बाद आपको इसे उस बर्तन के ऊपर रखना है जिसमें पानी है. ध्यान रहे कि पानी वाले बर्तन में पानी पूरा भरा होना चाहिए. साथ ही इसमें ऑर्गेनिक वॉटर फर्टिलाइजर इस्तेमाल करना होगा. इसके साथ ही धनिया के बीजों को भी सूखने नहीं देना है. बीजों पर पानी का छिड़काव करने के बाद आप इसके ऊपर टिशू रख दें ताकि ये बीज गीला न रहे. एक हफ्ते बाद आप देखेंगे कि उनमें अंकुर फूटने लगा है. फिर आप 35 दिनों बाद देखेंगे कि फ्रेश धनिया बिना किसी मिट्टी या गमले के आपके बर्तन में ही उग गया है. उस धनिया को निकाल कर आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
1. अगर पानी का टीडीएस ज्यादा हो (यानी पानी खारा हो या हार्ड हो) तो पानी में धनिया नहीं उगाना चाहिए.
2. अगर आप पानी में धनिया उगा रहे हैं तो उस पानी को 15 दिन में बदलें और फर्टिलाइजर भी डालें.
3. तोड़ते समय धनिया को जड़ से न उखाड़ें, इसमें से ऊपर के हिस्से के पत्ते ही काटें.