फूड टेक्नोलॉजी में बेहतर करियर की संभावनाओं को देखते हुए छात्रों में B.Tech. Course को लेकर काफी क्रेज रहता है. इस लिहाज से छत्तीसगढ़ सरकार ने भी कृषि के क्षेत्र में Higher Education पर जोर देते हुए तमाम प्रोफेशनल कोर्स शुरू किए हैं. इनमें बीटेक कोर्स की सबसे ज्यादा मांग के मद्देनजर छत्तीसगढ़ सरकार के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत रायपुर में संचालित हो रहे खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में फूड टेक्नोलॉजी में बीटेक के 4 वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसमें प्रवेश के इच्छुक छात्र इस हेतु आवेदन कर सकते हें.
छत्तीसगढ़ सरकार ने खाद्य प्रौद्योगिकी के महत्व को देखते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की ओर से खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में बीटेक (फूड टेक्नोलॉजी) कोर्स साल 2020 से प्रारंभ कर दिया था. यह कोर्स 4 साल का है. महाविद्यालय में इस कोर्स के लिए कुल 36 सीट हैं.
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इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी हेतु व्यापम छत्तीसगढ़ और विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं. इसके अलावा छात्रों की सहूलियत के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश संबंधी जानकारी हेतु एक व्हाट्सएप नंबर (9425525249) भी जारी किया गया है. इस कोर्स की प्रति सेमेस्टर फीस लगभग 15 हजार रुपये (गैर छात्रावास) निर्धारित है. इसकी फीस और कोर्स का सिलेबस, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित हैं.
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विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोजगार और व्यवसाय की बेहतर संभावनाओं को देखते हुए इससे जुड़े सभी पहलुओं की पढ़ाई बीटेक कोर्स के दौरान कराई जाएगी. कोर्स में चार साल के दौरान विद्यार्थियों को फूड इंजीनियरिंग, फूड टेक्नोलॉजी, फूड केमिस्ट्री, फूड माइक्रोबायोलॉजी, फूड ट्रेड मैनेजमेंट और खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता की जांच से संबंधित विषयों को पढ़ाया जाता है.
कोर्स के दौरान फाइनल सेमेस्टर के छात्रों को खाद्य प्रौद्योगिकी से संबंधित संस्थाओं और फूड इंडस्ट्री यूनिट्स में ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा. इनमें बेकरी उद्योग, रेडी-टू- ईट फूड, विभिन्न प्रकार के बेवरेजेज, खाद्यान्नों की पिसाई यूनिट, खाद्य तेल से संबंधित उद्योग, फल और सब्जी की पैकिंग, मिल्क प्रोडक्ट, अनाज प्रसंस्करण, कन्फेक्शनरी और मसाला उद्योग शामिल हैं. कोर्स पूरा करने के बाद छात्र खाद्य प्रसंस्करण और खाद्य प्रौद्योगिकी से संबंधित क्षेत्र के सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा देश विदेश आगे की पढ़ाई के लिए भी अवसर मिलेंगे.