चेन्नई स्थित Tropical Agrosystem (India) Ltd ने मंगलवार को दो नई AI-आधारित तकनीकों – Strella और Rubens – लॉन्च कीं. इन तकनीकों का उद्देश्य फलों की कटाई के बाद होने वाली बर्बादी को रोकना और किसानों की आमदनी बढ़ाना है. भारत में फसलों की कटाई के बाद काफी मात्रा में फल-सब्जियाँ बर्बाद हो जाती हैं. इससे किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान होता है. ऐसे समय में यह नई तकनीकें एक बड़ी राहत बनकर सामने आई हैं.
कंपनी के अनुसार, ये तकनीकें डेटा एनालिटिक्स और उन्नत तकनीक के ज़रिए यह तय करती हैं कि फल किस स्थिति में हैं और उन्हें कैसे लंबे समय तक ताज़ा रखा जा सकता है. इससे:
Tropical Agro ने AgroFresh™ Solutions Inc के साथ साझेदारी की है. AgroFresh एक ग्लोबल कंपनी है, जो फलों की ताजगी बनाए रखने की तकनीक में विशेषज्ञ है. इसी साझेदारी के तहत Strella और Rubens भारत में लाए गए हैं.
ये दोनों तकनीकें FreshCloud नामक डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़ी होंगी, जो रीयल-टाइम डेटा के आधार पर फलों की स्थिति की जानकारी देगा- खेत से लेकर पैकिंग हाउस, ट्रांसपोर्ट और बाज़ार तक.
कंपनी के संस्थापक वी. के. झावेरी ने कहा, "भारत में पोस्ट-हार्वेस्ट सेगमेंट में बड़ा ग्रोथ पोटेंशियल है. Strella और Rubens जैसी तकनीकें इस नुकसान को कम करने में अहम भूमिका निभाएंगी." उन्होंने आगे यह भी कहा कि Tropical Agro भविष्य में और भी ऐसे नवाचार लाने की योजना बना रही है.
Tropical Agrosystem द्वारा लाई गई ये AI तकनीकें भारत के किसानों के लिए खेल बदलने वाली साबित हो सकती हैं. Strella और Rubens न केवल फल की गुणवत्ता बनाए रखेंगी, बल्कि इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और देश में खाद्य बर्बादी को भी कम किया जा सकेगा.
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