Potato Farming: 'माउंडिंग तकनीक' से बढ़ेगी आलू की पैदावार, हरे कंद और पाले से मिलेगा छुटकारा

Potato Farming: 'माउंडिंग तकनीक' से बढ़ेगी आलू की पैदावार, हरे कंद और पाले से मिलेगा छुटकारा

इस मौसम में आलू की खेती कर रहे किसानों के लिए एक्सपर्ट्स ने ‘माउंडिंग अप’ यानी अर्थिंग तकनीक अपनाने की सलाह दी है. पौधों के बेस पर मिट्टी या कंपोस्ट चढ़ाने से ग्रोथ बढ़ती है, देर से पड़ने वाले पाले से बचाव होता है और जहरीले हरे कंद बनने का खतरा भी कम हो जाता है.

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क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Nov 25, 2025,
  • Updated Nov 25, 2025, 2:51 PM IST

अगर आप इस मौसम में आलू उगा रहे हैं, तो उन्हें एक आसान तरीके से बढ़ाने का यह सही समय है. नए किसानों को आलू लगाने में छोटी-मोटी गलतियों या पाले से हुए नुकसान की वजह से आलू उगाने में मुश्किल हो सकती है. तो आइए जानते हैं कि आलू किसान कैसे इन गलतियों से बच सकते हैं और किन तरीकों से आलू की अच्छी पैदावार ले सकते हैं.

एक बागवानी एक्सपर्ट के मुताबिक, एक जरूरी कदम बहुत बड़ा बदलाव ला सकता है. यह आसान तरीका न सिर्फ पौधों की ग्रोथ बढ़ाता है, बल्कि आपके पौधों को जहरीले हरे कंद जैसी आम दिक्कतों से भी बचाता है. अपने आलू के खेत से ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए आपको यह जानना होगा.

क्या है माउंडिंग अप विधि

इसके लिए एक्सपर्ट किसानों को "माउंडिंग अप" नाम की एक तकनीक अपनाने की सलाह देते हैं. माउंडिंग को 'अर्थिंग' भी कहते हैं, जिसमें पौधे के बेस के चारों ओर मिट्टी या कम्पोस्ट डालना शामिल है.

एक्सपर्ट के मुताबिक, "बीज से उगाए गए आलू, चाहे जमीन में हों या बैग में, अब उनमें अंकुर निकलने लगेंगे. माउंडिंग अप का मतलब है कि पौधे के बेस के चारों ओर टहनियों को कंपोस्ट से ढक देना ताकि ग्रोथ हो सके. यह छोटे पौधों को देर से पड़ने वाली पाले से भी बचाता है."

गार्डनर्स वर्ल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आप बड़े गमलों या बोरियों में आलू उगा रहे हैं, तो कंदों को लगभग 10cm कंपोस्ट में लगाकर शुरू करें.

जैसे-जैसे टहनियां निकलने लगें, रेगुलर इंटरवल पर 5cm लेयर में कंपोस्ट डालते रहें. अच्छी फसल पक्का करने के लिए हर दो से तीन हफ्ते में माउंडिंग की जा सकती है—साथ ही, इसका एक और फायदा यह है कि यह किसी भी मुकाबले वाले खरपतवार को दबा देता है.

माउंडिंग अप तकनीक का फायदा

"माउंडिंग अप करने के लिए एक और जरूरी चीज यह है कि आलू को रोशनी के संपर्क में आने से रोका जाए जिससे वे हरे हो सकते हैं. हरे कंद जहरीले हो सकते हैं."

हरे कंद वे आलू होते हैं जो ग्रोथ के दौरान रोशनी के संपर्क में आने पर हरे हो जाते हैं, जिससे क्लोरोफिल और सोलनिन जैसे टॉक्सिन बनते हैं. एक्सपर्ट ने आगे कहा, "ढकने से ग्रोथ को नुकसान नहीं होगा, इसलिए इसकी चिंता न करें. आमतौर पर मिट्टी के ऊपर लगभग दो इंच पत्तियां छोड़ देते हैं ताकि वे अच्छे से बढ़ सकें. 

आलू उगाने के लिए शुरुआती गाइड

अगर आप इस मौसम में आलू उगा रहे हैं, तो आलू को बढ़ने के लिए खुली, धूप वाली जगह चाहिए, जहां देर से पाला न पड़े, क्योंकि ठंड बढ़ने पर नई टहनियों को पाले से नुकसान होने का खतरा होता है."

लगभग 15cm गहरी खाई खोदें और बीज वाले आलू को नीचे इस तरह रखें कि अंकुर ऊपर की ओर हों. उन्हें कम से कम 2.5cm मिट्टी से ढक दें, ध्यान रखें कि नाजुक टहनियों को नुकसान न पहुंचे, और अच्छी तरह पानी दें.

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