बीते कुछ सप्ताह से देश के कुछ हिस्सों में भीषण ठंड और कोहरे ने लोगों की परेशानी बढ़ा रखी है. इसके चलते अलग-अलग रूट पर ट्रेनें भी देरी से चल रही हैं. ट्रेनों को लेट होने से बचाने और ट्रैक की सेफ्टी के लिए भारतीय रेलवे ने 19 हजार से अधिक फॉग डिवाइस लगा दी हैं. जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस होने के चलते इनकी मदद से ट्रैक पर कोहरे का असर कम हो सकेगा, जिससे ट्रेन की गति पर असर कम पड़ेगा और सुरक्षा भी बढ़ेगी.
हर साल सर्दियों के महीनों में कोहरे के दौरान विशेष रूप से देश के उत्तरी हिस्सों में बड़ी संख्या में ट्रेनें प्रभावित होती हैं. सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेल ने 19,742 फॉग पास डिवाइस का बंदोबस्त किया है. रेलवे ने कहा कि फॉग डिवाइस के जरिए ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता में सुधार होगा. जबकि, ट्रेनों की देरी को कम करने और यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
फॉग पास डिवाइस एक जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस है, जो लोको पायलट को घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद करता है. यह लोको पायलटों को सिग्नल, लेवल क्रॉसिंग गेट (मानवयुक्त और मानव रहित), स्थायी गति प्रतिबंध, तटस्थ सेक्शन जैसे निश्चित स्थलों के बारे में ऑनबोर्ड एक्चुअल टाइम की जानकारी देता है. इस सिस्टम से भौगोलिक क्रम में आने वाले अगले तीन निश्चित स्थलों में से लगभग 500 मीटर तक ध्वनि संदेश के साथ-साथ अन्य संकेतक लोको पायलट को मिलते हैं.
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