Rabi Sowing Tips: रबी की बुवाई के लिए तैयार करना है ट्रैक्टर और सीड ड्रिल? ये टिप्स आएंगी काम

Rabi Sowing Tips: रबी की बुवाई के लिए तैयार करना है ट्रैक्टर और सीड ड्रिल? ये टिप्स आएंगी काम

रबी सीजन की बुवाई के लिए खेत तैयार होने के साथ-साथ ट्रैक्टर और सीड ड्रिल मशीन की भी सही तैयारी बेहद जरूरी है. अगर ट्रैक्टर और सीड ड्रिल अच्छे से सर्विस किए गए हों तो न केवल बुवाई समय पर और सटीक तरीके से होगी, बल्कि बीज की बचत भी होगी.

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क‍िसान तक
  • नोएडा,
  • Sep 30, 2025,
  • Updated Sep 30, 2025, 7:23 AM IST

अब खरीफ का सीजन खत्म हो चला है और रबी की फसलों की बुवाई का वक्त आ चला है. जहां एक ओर खरीफ की कुछ फसलें बिना मशीन बुवाई के भी लगाई जा सकती हैं, इसके उलट रबी की लगभग सारी ही फसलों को मशीन बुवाई यानी सीड ड्रिल से करना होता है. यही वजह है कि रबी की बुवाई से पहले आपको अपना ट्रैक्टर और सीड ड्रिल तैयार कर लेना चाहिए. रबी के सीजन में गेहूं, जौ, चना, सरसों जैसी फसलें मुख्य होती हैं और इन्हें सीड ड्रिल से ही बोया जाता है. सीड ड्रिल की सही तैयारी से बीज की बुवाई समान गहराई और सही दूरी पर होती है. इसलिए हम आपको ट्रैक्टर और सीड ड्रिल की तैयारी करने की टिप्स दे रहे हैं.

सीड ड्रिल की ऐसे करें तैयारी

  • सबसे पहले तो महीनों से बंद पड़े सीड ड्रिल की साफ-सफाई करें. अगर जरूरत पड़े तो धोकर सुखा लें. सीड ड्रिल सूखने के बाद इसके सभी पुर्जों की ग्रीसिंग और ऑयलिंग कर लें. इसके साथ ही सारे नट-बोल्ट भी चेक कर लें. इससे सीड ड्रिल एक दम स्मूद चलेगा.
  • ग्रीसिंग के बाद इसका सीड बॉक्स और पाइप चेक करें. अगर सीड बॉक्स में किसी तरह की नमी या जंग है तो इसे साफ करें और ऑयल से पोछ दें. इसके साथ ही सीड ड्रिल के छेद देखें कि ये चोक ना हों. अगर पाइपलाइन में कचड़ा है तो उसे भी साफ करें ताकि बीज ना फंसें.
  • इसके बाद सीड ड्रिल का कैलिब्रेशन करना शुरू करें. इसके लिए यह सुनिश्चित करें कि कौन सी फसल की बुवाई करनी है, फिर उसी हिसाब से प्रति हेक्टेयर जितनी बीज की आवश्यकता है, उतने पर कांटा सेट करें. इसका अनुपात सेट करने के लिए किसी अनुभवी साथी से सलाह लें. 
  • इस चीज का भी खयाल रखें कि सीड ड्रिल के सभी फरो-ओपनर सीधे और बराबर दूरी पर हों. ये सही से सेट किया तो बीज कतारों में सही से गिरेंगे.
  • इसके अलावा अगर आपका सीड-कम-फर्टिलाइज़र ड्रिल है तो इसका फर्टिलाइज़र अटैचमेंट भी चेक करें. इसकी खाद की मात्रा और पाइपलाइन की कार्यक्षमता भी जांच लें. 

ट्रैक्टर में भी करें ये काम

सीड ड्रिल के साथ-साथ ट्रैक्टर में भी कुछ छोटे-मोटे काम करने होंगे. ट्रैक्टर की हाइड्रॉलिक्स और इसके सभी अटैचमेंट की भी ऑयलिंग और ग्रीसिंग कर लें. इसके साथ ही टॉपलिंक की ग्रीसिंग करना भी जरूरी है. बुवाई शुरू करने से पहले इंजन ऑयल, कूलेंट और फिल्टर जरूर चेक करें. पुराने ऑयल को बदलें ताकि ट्रैक्टर बिना किसी रुकावट के लंबे समय तक काम कर सके.

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