पंजाब के किसानों का दोस्‍त बन रहा यह चैटबोट, तकनीक से घर बैठे मिल रहीं ये सुविधाएं

पंजाब के किसानों का दोस्‍त बन रहा यह चैटबोट, तकनीक से घर बैठे मिल रहीं ये सुविधाएं

पंजाब में किसानों के लिए वॉट्सऐप पर एक डिजिटल असिस्टेंट की मदद से जरूरी जानकारी और जरूरी सुविधाएं मिल रही है. कि‍सानों को इसके जरिए मशीनरी बुकिंग, मौसम अपडेट, तकनीकी सलाह और ट्रेनिंग की जानकारी एक ही जगह मिलेगी.

Sanjha Miitar ChatbotSanjha Miitar Chatbot
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Nov 24, 2025,
  • Updated Nov 24, 2025, 2:33 PM IST

इन दिनों खेती में लगातार तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसमें विभ‍िन्‍न ऐप्‍स और चैटबोट्स की मदद से किसानों को मदद और सुवि‍धाएं उपलब्‍ध कराई जा रही है. अब पंजाब में किसानों की जरूरतों को समझते हुए क्लीन एयर पंजाब और एग्री2पावर ने मिलकर ‘सांझा मित्‍तर (Sanjha Mittar)’ नाम का एक नया वॉट्सऐप-आधारित डिजिटल असिस्टेंट (चैटबोट) शुरू किया है. यह प्लेटफॉर्म किसानों को खेती से जुड़ी सेवाओं और जानकारी तेज और भरोसेमंद रूप से उपलब्‍ध कराता है.

इसे बनाने वाली कंपनी ने यह पहल व्यापक सर्वे और संवाद प्रक्रिया के बाद इसे तैयार किया, जिसमें राज्य के दो हजार से अधिक किसानों से राय ली. अध्ययन में यह बात साफ हुई कि खेती से जुड़ी सूचनाओं के लिए किसान सबसे ज्यादा भरोसा वॉट्सऐप पर करते हैं और इसी आधार पर इस सहायक (चैटबोट) को विकसित किया गया है.

चैटबोट पर ये सुव‍िधाएं उपलब्‍ध

'दि ट्रिब्‍यून' की रिपोर्ट के मुताबिक, सांझा मित्‍तर के माध्यम से किसान एक ही चैट इंटरफेस में कई तरह की सेवाओं का फायदा उठा सकेंगे. इसमें किसानों को मौसम पूर्वानुमान की जानकारी, मशीनरी की बुकिंग करने की सुवि‍धा, तकनीकी सलाह या मिट्टी परीक्षण से जुड़ी प्रक्रिया की जानकारी जैसी सारी सुविधाएं मोबाइल पर ही मिल जाएंगी. इसके साथ किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे उनकी क्षमता और समझ दोनों में इजाफा होगा.

हाइब्रिड मॉडल पर काम करता है डिजिटल अस‍िस्‍टेंट

इस प्लेटफॉर्म की सबसे खास बात इसका ‘हाइब्रिड मॉडल’ है, जो सामान्य चैटबॉट्स से अलग है. यहां किसानों के हर सवाल को प्रशिक्षित फेलो पढ़ते हैं और उनकी जरूरत के अनुसार जवाब देते हैं. इससे यह सुनिश्चित होता है कि जानकारी केवल तकनीकी रूप से सही ही न हो, बल्कि खेती की वास्तविक परिस्थितियों के अनुरूप भी हो. तकनीक और मानवीय समझ का यह संयोजन प्लेटफॉर्म को और अधिक प्रभावी बनाता है.

किसान को दो घंटे में मिली मशीन

पायलट चरण में ही सांझा मित्‍तर ने अपनी उपयोगिता साबित की है. कई किसानों ने बताया कि उन्हें सामान्य तौर पर मिलने वाली सहायता की तुलना में सेवा अधिक तेजी से मिली. एक उदाहरण में किसान को जब तुरंत मशीनरी की जरूरत थी, तो वॉट्सऐप चैट के जरिए अनुरोध करने के केवल दो घंटे के भीतर ही मशीन उसके खेत तक पहुंच गई. यह दिखाता है कि समन्वय और डिजिटल सहयोग कैसे खेत के कामकाज में होने वाली देरी को कम कर सकते हैं.

Asar स्टेट क्लाइमेट एक्शन की निदेशक सनम ने बताया कि यह प्लेटफॉर्म पूरी तरह किसानों की राय और अपेक्षाओं के आधार पर विकसित किया गया है. उनके अनुसार, जब तकनीक उसी रूप में बनाई जाती है जैसी किसानों को जरूरत हो, तो इसका असर तुरंत और सकारात्मक दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि सांझा मित्‍तर सीधे किसानों के फोन तक विज्ञान-आधारित और समय पर जानकारी पहुंचाकर उनकी निर्णय क्षमता और जलवायु अनुकूलन दोनों को मजबूत करता है.

किसानों की रियल-टाइम मदद से होगी आसानी

एग्री2पावर के सीईओ सुखमीत सिंह ने कहा कि इस डिजिटल सहायक का मकसद किसानों की हर व्यावहारिक समस्या का तुरंत समाधान देना है. चाहे मशीनरी चाहिए हो, मौसम की जानकारी चाहिए हो या तकनीकी सलाह- प्लेटफॉर्म तेज और भरोसेमंद जवाब देने के लिए तैयार है.

शुरुआती प्रतिक्रिया बताती है कि रियल-टाइम सहायता किसानों के काम को कितना सुगम बना सकती है. उन्‍हाेंने बताया कि आने वाले साल में इस चैटबॉट को और विस्तार देने की योजना है. क्लीन एयर पंजाब और एग्री2पावर अधिक किसानों को जोड़ने, मशीनरी बुकिंग सिस्टम को मजबूत करने, फसल सलाह को अपडेट करने और किसानों की प्रतिक्रिया के आधार पर नई इंटरएक्टिव सुविधाएं जोड़ने की दिशा में काम करेंगे.

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