प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर भेजे गए न्योते पर कांग्रेस नेताओं के नहीं आने पर पीएम मोदी ने सवाल उठाया. ANI को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने राम मंदिर मुद्दे को सियासी हथियार बना दिया. पीएम मोदी ने कहा, जब हम पैदा भी नहीं हुए थे, यहां तक कि जब हमारी पार्टी भी नहीं बनी थी, तभी इस मुद्दे का कोर्ट में हल हो जाना चाहिए था. इस मुद्दे का समाधान निकल जाना चाहिए था.
राम मंदिर के समाधान के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा, जब देश बंटा, तब बंटवारे के समय इस मुद्दे का समाधान हो जाना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्यों? क्योंकि यह मुद्दा उनके हाथों में एक हथियार की तरह था, वोट बैंक की राजनीति का हथियार. पीएम मोदी ने कहा, जब मामला कोर्ट में गया तो वहां भी इसमें देरी करने की कोशिश की गई. क्यों? क्योंकि यह उनके लिए राजनीतिक हथियार था. यह वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण का काम था. अब क्या हुआ? राम मंदिर बन गया, किसी तरह की कोई घटना नहीं हुई और यह मुद्दा उनके हाथ से फिसल गया.
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पीएम मोदी ने कहा, 2019 के चुनाव में मैं 100 दिन का काम देकर चुनावी मैदान में गया था. जैसे ही वापस आया, आर्टिकल 370 पहले 100 दिन में कर दिया. तीन तलाक से बहनों को मुक्ति दिला दी. ये काम पहले 100 दिन में किया. यूएपीए बिल सिक्योरिटी को लेकर पहले 100 दिन में काम किया. बैंकों का मर्जर बड़ा काम था जिसे 100 दिन में कर दिया. पशुओं के टीकाकरण के लिए एक हजार करोड़ रुपये लगाकर बड़ा अभियान चला रहा हूं. मैंने ये सभी काम शुरुआती 100 दिनों में किया था. 100 दिन में क्या काम करना है, वो प्लानिंग करके करता हूं.
पीएम मोदी ने चुनावी बॉन्ड के मुद्दे पर कहा, चुनावी बॉन्ड इलेक्शन में काला धन रोकने के लिए था. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे पर विपक्ष आरोप लगाकर भाग रहा है. जांच एजेंसियों की कार्रवाई के बाद उन 16 कंपनियों ने जो चंदा दिया है, उसमें से केवल 37 परसेंट ही बीजेपी को गया है और 63 परसेंट विपक्षी दलों को मिला है. पीएम ने कहा कि देश एक बार फिर चुनावों में काले धन में धकेल दिया गया है और हर कोई इस पर पछतावा करेगा.
प्रवर्तन निदेशालय के एक्शन पर पीएम मोदी ने कहा, अधिकांश उन लोगों के खिलाफ ईडी के मामले दर्ज हैं जिनका राजनीति से कोई कनेक्शन नहीं है. उन्होंने कहा, ईमानदार व्यक्ति को डरने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन जो लोग भ्रष्टाचार में शामिल हैं उन्हें पाप का डर है. पीएम मोदी ने कहा, विपक्ष के कितने नेता जेल में हैं? मुझे कोई नहीं बता सकता. क्या यही विपक्ष के लोग हैं जो अपनी सरकार चलाते थे? पाप का डर है. किसी ईमानदार को क्या डर है. जब मैं मुख्यमंत्री था तो मेरे गृह मंत्री को जेल में डाल दिया. देश को जानना चाहिए कि ईडी केस में 3 परसेंट ही राजनीतिक पार्टियों के लोग हैं और 97 परसेंट ऐसे लोग हैं जो राजनीति से नाता नहीं रखते हैं.
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