कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के लिए अपने पांच उम्मीदवारों की सातवीं लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में चार नाम छत्तीसगढ़ तो एक नाम तमिलनाडु से है. छत्तीसगढ़ में सरगुजा से शशि सिंह, रायगढ़ से डॉक्टर मेनका देवी सिंह, बिलासपुर से देवेंद्र सिंह यादव और कांकेर से बीरेश ठाकुर को टिकट मिला है. वहीं तमिलनाडु के मयिलादुथुराई से एडवोकेट आर सुधा को टिकट दिया गया है. मयिलादुथुराई से कांग्रेस के मणिशंकर अय्यर सांसद हैं और नई लिस्ट से साफ है कि पार्टी ने इन चुनावों में उन्हें टिकट नहीं दिया है.
अब तक पार्टी 194 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर चुकी है. इसे मिलाकर कांग्रेस अब तक लोकसभा चुनाव के लिए अपने करीब 200 उम्मीदवार उतार चुकी है. 23 मार्च को आई लिस्ट में पार्टी ने 45 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था. इसमें बनारस से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अजय राय को उतारा गया है. वहीं मध्य प्रदेश के राजगढ़ से पूर्व प्रदेश सीएम दिग्विजय सिंह मैदान में होंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को तमिलनाडु की शिवगंगा से चुनाव मैदान में उतारा गया है.
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सोमवार को पार्टी ने उम्मीदवारों की छठी लिस्ट जारी की थी. उस लिस्ट में चार नाम राजस्थान से जो एक नाम तमिलनाडु से था. छठी लिस्ट में राजस्थान के अजमेर से रामचंद्र चौधरी, सुदर्शन रावत राजसामंदी से, डॉक्टर दमोदर गुर्जर भीलवाड़ा से और कोटा से प्रह्लाद गुंजाल को टिकट दिया गया है. जबकि तमिलनाडु के तिरुनेलवेली से एडवोकेट सी रॉबर्ट ब्रूस को कांग्रेस पार्टी ने टिकट दिया है.
अमेठी और रायबरेली से अभी किसी भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं हुआ है. जिन 46 उम्मीदवारों का नाम जारी किया गया है, उनमें 9 यूपी से, 2 उत्तराखंड और 12 मध्य प्रदेश से हैं. इसके अलावा एक सीट असम से, 2 सीट जम्मू कश्मीर से, 2 सीट मणिपुर और बंगाल से एक सीट पर उम्मीदवार का ऐलान हुआ है. अंडमान से एक सीट तो तमिलनाडु से 7 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान हुआ है.
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कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर अपने बयानों की वजह से विवादों में रहते हैं. उन्होंने साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 'नीच' शब्द का प्रयोग किया तो वहीं साल 2014 में उन्होंने पीएम मोदी को 'चायवाला' कहा था. उस समय मोदी, पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर देश में अपनी एक मजबूत पकड़ बनाते जा रहे थे. मणिशंकर अय्यर ने इस साल फरवरी में पाकिस्तानियों को 'भारत की सबसे बड़ी संपत्ति' कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया था. मणिशंकर अय्यर ने इससे पहले पिछले साल अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव को 'सांप्रदायिक' करार देते हुए उन्हें देश का 'पहला बीजेपी पीएम' तक कह डाला था. उनकी टिप्पणी की बीजेपी ने काफी निंदा की थी.