‘HD 3388’: गेहूं की जबर्दस्त किस्म जो 125 दिनों में होगी तैयार, चपाती बनेगी शानदार

‘HD 3388’: गेहूं की जबर्दस्त किस्म जो 125 दिनों में होगी तैयार, चपाती बनेगी शानदार

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) ने किसानों के लिए गेहूं की नई किस्म HD 3388 पेश की है, जो गर्मी सहने में सक्षम, जल्दी पकने वाली और बेहतरीन ‘चपाती क्वालिटी’ वाली है. पूर्वी भारत के किसानों के लिए यह किस्म एक बड़ा वरदान साबित हो सकती है.

wheat variety HD 3388wheat variety HD 3388
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Nov 14, 2025,
  • Updated Nov 14, 2025, 6:55 AM IST

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (ICAR-IARI), नई दिल्ली ने गेहूं की नई उन्नत किस्म HD 3388 विकसित की है, जो गर्मी और बदलते मौसम की परिस्थितियों में भी उच्च पैदावार देने में सक्षम है. यह किस्म विशेष रूप से सिंचित और समय पर बोई जाने वाली फसलों के लिए उपयुक्त बताई गई है.

एक नजर में HD 3388 के बारे में

गेहूं की किस्म एचडी 3388 का नाम पूसा यशोधरा भी है. यहां पूसा का अर्थ है कि इसे पूसा, नई दिल्ली में विकसित किया गया है. यह किस्म पूर्वी भारत के किसानों के लिए तैयार की गई है. यह पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और असम जैसे राज्यों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जहां अक्सर बदलता मौसम फसल के लिए चुनौती बनता है.

इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत इसकी गर्मी सहने की क्षमता है, जो इसे जलवायु परिवर्तन के दौर में बहुत उपयोगी बनाती है.

इस किस्म को गेहूं की नई वैरायटी 2967 से बेहतर माना जाता है जो समय और देर से बोई जा सकती है. इससे किसानों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ता. इस किस्म से किसानों को प्रति हेक्टेयर लगभग 52 क्विंटल की औसत उपज मिलती है.

एचडी 3388 की अधिकतम उत्पादन क्षमता 68 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक जा सकती है. यह किस्म भी पत्ती रतुआ, धारीदार रतुआ और तना रतुआ जैसे प्रमुख रोगों के खिलाफ मजबूत प्रतिरोधक क्षमता रखती है, जिससे फसल सुरक्षित रहती है.

मुख्य विशेषताएं

  • पैदावार (Yield): HD 3388 की औसत उत्पादकता 52 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जो इसे उच्च उत्पादक गेहूं किस्मों में शामिल करती है.
  • परिपक्वता (Maturity): यह किस्म 125 दिनों में तैयार हो जाती है, यानी किसानों को जल्दी फसल काटने का मौका मिलता है.
  • गर्मी सहन क्षमता (Heat Stress Tolerance): इस किस्म में HSI 0.89 का हीट स्ट्रेस इंडेक्स है, जिसका अर्थ है कि यह अधिक तापमान में भी उत्पादन देती है.
  • गुणवत्ता (Quality): इस गेहूं से बनी रोटियों की ‘चपाती क्वालिटी’ बेहतरीन बताई गई है, जो खाने वालों के लिए अतिरिक्त लाभ है.

कहां के लिए उपयुक्त

ICAR के अनुसार, यह किस्म पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल (पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर), ओडिशा और असम के लिए सिफारिश की गई है. इन राज्यों में आमतौर पर गर्मी और नमी की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इसलिए यह किस्म इन परिस्थितियों में एक स्थायी समाधान मानी जा रही है.

किसानों के लिए लाभ

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि HD 3388 किस्म किसानों के लिए “कम समय में ज्यादा उत्पादन” देकर अपने को सफल साबित करती है. यह गर्मी से होने वाले नुकसान को कम करती है और रोटियों की क्वालिटी के कारण बाजार में अच्छा दाम भी दिला सकती है.

कहां से खरीदें बीज

एचडी 3388 का बीज आप नई दिल्ली स्थित पूसा से खरीद सकते हैं. आप चाहें तो सरकारी ऑनलाइन बाजार एनएससी पर भी ऑर्डर कर इसका बीज घर बैठे मंगा सकते हैं. प्रमाणित बीज दुकानों पर भी इस वैरायटी का बीज मिलता है जिसे खरीद कर आप बुवाई कर सकते हैं.

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