UP Farmers News: खेती- किसानी को फायदे का सौदा बनाने के लिए यूपी सरकार प्रयासरत है. वहीं बेहतर बीजों के प्रयोग से उत्पादन बढ़ाने पर जोर है. जबकि एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए भी काम कर रही है. इसी कड़ी किसानों के लिए कुछ जिलों में हाईटेक नर्सरी खोली जा रही है. जो किसान सब्जियों और फलों की खेती करना चाहते है उन्हें सस्ते रेट पर अच्छी क्वालिटी के बीज उपलब्ध करा रही हैं.
किसान तक से बातचीत में मेरठ मंडल के उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. विनीत कुमार ने बताया कि बुलंदशहर, हापुड़, बागपत, मेरठ सहित अन्य जनपद में हाईटेक नर्सरी के माध्यम से यह सभी पौध तैयार किए जा रहे है.महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा इस नर्सरी को संचालित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जो किसान बाजार में महंगे रेट पर सब्जियों और फलों के बीज खरीदते है, उनको इस नर्सरी से 1 रुपये में पौधा दिया जा रहा है. किसान इसको घर लेकर जाकर बीज में अंकुरण कर सकता है.
डॉ. विनीत कुमार ने आगे बताया कि इस नर्सरी में 15 से 20 दिन में बीज का अंकुरण हो जाता है. इसके बाद संबंधित किसान को फोन कर अपडेट कराया जाता है. ताकि, किसान बीज ले जाकर अपने खेत में लगा सके. उन्होंने बताया कि अधिकतर किसान बाजार से बीज खदीदते हैं. जो काफी महंगे होते है और कई बार उनकी गुणवत्ता भी अच्छी नहीं होती. किसानों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए अब यूपी सरकार की ओर से किसानों को अनुदान पर अच्छी गुणवत्ता का बीज उपलब्ध करा रही है.
उन्होंने बताया कि यूपी उद्यान विभाग मात्र एक रुपए में सब्जियों और फलों के उन्नत बीज उपलब्ध करा रही है. इनमें टमाटर, गोभी, तुरई, लोकी सहित अन्य सब्जियों के बीज शामिल हैं. वहीं फलों में केला, अमरूद, पपीता, खरबूज और आम शामिल हैं.
उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. विनीत कुमार बताते हैं कि कहीं मिट्टी में अनावश्यक रूप से पाए जाने वाले तत्वों के कारण उनकी पौध को नुकसान ना हो जाए तो ऐसे सभी किसान अब मेरठ की हाईटेक नर्सरी के माध्यम से अपने बीजों का बेहतर अंकुरण करा सकते हैं. वहीं अन्य किसान अपने जिले में बीजों को अंकुरण करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसानों जितने बीज उपलब्ध कराते है. उन सभी का 100% तक अंकुरण हाईटेक नर्सरी में किया जाता है. अब काफी किसान हाइटेक नर्सरी का लाभ लेते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. डॉ. विनीत ने कहा कि इन उपायों को अपनाकर किसान अपनी आय दोगुनी कर सकता है.