गुलाब को बढ़ाना है तो खेत में लकड़ी का बुरादा और चूना जलाएं, तुरंत बढ़ेगी पौधे की बढ़वार

गुलाब को बढ़ाना है तो खेत में लकड़ी का बुरादा और चूना जलाएं, तुरंत बढ़ेगी पौधे की बढ़वार

गुलाब का फूल प्यार का प्रतीक माना जाता है. साथ ही गुलाब के फूल का उपयोग सजावट और लेन-देन के अलावा औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है. गुलाब के फूलों का उपयोग कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है.

गुलाब की खेती से बंपर पैदावार पाने का तरीकागुलाब की खेती से बंपर पैदावार पाने का तरीका
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Feb 02, 2024,
  • Updated Feb 02, 2024, 12:35 PM IST

फरवरी को प्यार का महीना कहा जाता है. और प्यार के इस महीने में गुलाबों का आदान-प्रदान काफी बढ़ जाता है. जिसके कारण इस माह गुलाब की मांग लगातार बनी रहती है. हालांकि गुलाब के फूलों की मांग साल भर बनी रहती है. लेकिन शादी के सीजन और फरवरी महीने में इसकी डिमांड थोड़ी बढ़ जाती है. जिससे गुलाब की खेती करने वाले किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है. ऐसे में अगर आप भी गुलाब की खेती कर रहे हैं और शादियों से लेकर हर सीजन में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको इन बातों का खास खयाल रखना होगा.

इन चीजों में किया जाता है इस्तेमाल

आमतौर पर गुलाब का रंग गुलाबी या लाल होता है. लेकिन आजकल हमें कई रंगों में गुलाब देखने को मिलते हैं. इसमें सफेद और पीले रंग के फूल बड़ी मात्रा में नजर आते हैं. इसके अलावा लाल, दो रंग और तीन रंग के गुलाब, लाल और नारंगी-लाल गुलाब भी आसानी से देखने को मिल जाते हैं. गुलाब का फूल प्यार का प्रतीक माना जाता है. साथ ही गुलाब के फूल का उपयोग सजावट और लेन-देन के अलावा औषधीय गुणों के लिए भी किया जाता है. गुलाब के फूलों का उपयोग कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है. ऐसे में गुलाब की खेती से बंपर पैदावार लेने के लिए जरूरी है कि आप इन टिप्स को अपनाएं. 

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खेत में जलाएं लकड़ी का बुरादा और चूना

पौधों की वृद्धि के लिए वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड का होना बहुत जरूरी है. जब कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा में सुधार होता है, तो पौधों में फोटोसिन्थेसिस की प्रक्रिया बढ़ जाती है और पौधे अधिक भोजन का उत्पादन करते हैं. यह देखा गया है कि यदि पॉलीहाउस के वातावरण में 900 पीपीएम कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा हो तो गुलाब के पौधों की वृद्धि 13 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. ऐसे में पॉलीहाउस के वातावरण में लकड़ी का बुरादा और चूना जलाकर कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है.

गुलाब कि खेती के लिए सही तापमान

गुलाब की खेती में अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 15 डिग्री होना चाहिए. इसकी खेती कश्मीर जैसे बहुत ठंडे क्षेत्रों में नहीं की जा सकती है. क्योंकि इसकी खेती के लिए सामान्य तापमान वाली जगह की आवश्यकता होती है. लेकिन भारत के उत्तरी इलाकों के कुछ क्षेत्रों में इसकी खेती सर्दी के मौसम में भी की जा सकती है. क्योंकि गर्मियों के दौरान यहां तापमान काफी अधिक हो जाता है और तेज गर्म हवाएं भी चलती हैं. जो गुलाब के फूलों के लिए बहुत हानिकारक है. इसलिए यहां इसकी खेती सर्दी के मौसम में की जाती है. यदि तापमान का ठीक से ध्यान रखा जाए तो इसे राजस्थान जैसे शुष्क क्षेत्रों में भी उगाया जा सकता है.

गुलाब की खेती से कमाई 

किसान गुलाब की खेती करके अच्छी आमदनी कमा सकते हैं. गुलाब की खेती में चार महीने में फूल आने लगते हैं. एक एकड़ क्षेत्र में प्रतिदिन लगभग 30 से 40 किलोग्राम फूलों की तुड़ाई की जा सकती है. गुलाब के फूलों की बाजार कीमत 50 रुपये से लेकर 70 रुपये प्रति किलो तक है. जिससे रोजाना 1500 से 3000 रुपये तक की कमाई की जा सकती है. इस प्रकार एक वर्ष में लगभग 200 से 300 क्विंटल फूल प्राप्त होते हैं. जिससे 15 से 20 लाख रुपये तक की कमाई की जा सकती है. वहीं शादी के सीजन और फूलों कि मांग को देखते हुए इसकी कीमत बढ़ती-घटती रहती है.

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