
प्याज की खेती देश के कई राज्यों में होती है. वहीं, शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के खानों में इसका उपयोग किया जाता है. इसके अलावा कच्ची प्याज के भी बहुत से उपयोग हैं. प्याज में कई तरह के पोषक और औषधीय तत्व पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. इसलिए लगातार कीमतों में बढ़ोतरी के बाद भी प्याज की बाजार मांग साल भर बनी रहती है.
भारत में प्याज का उत्पादन
भारत की जलवायु प्याज की खेती के लिए उपयुक्त मानी जाती है. वहीं, भारत में प्याज की खेती का रकबा बहुत बड़ा है, जिसके कारण प्याज उत्पादन के मामले में भारत का दुनियाभर में चीन के बाद दूसरा स्थान है. भारत में प्याज की सबसे अधिक खेती मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में की जाती है. इसके अलावा, बिहार, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी की जाती है.
सफेद, भूरे-लाल और अचारी छोटी और मध्यम आकार की प्याज का हम सब के घरों में हर रोज इस्तेमाल किया जाता है. जिसके कारण इन प्याजों की मांग जोरों पर रहती है. पिछले कुछ सालों में प्याज की खेती को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है. यही कारण है कि इसके उत्पादन में वृद्धि हो रही है. 2021-22 में प्याज का उत्पादन लगभग 32 मिलियन मीट्रिक टन आंका गया था जो कि वर्ष 2022-23 में और अधिक बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.
प्याज से होने वाले लाभ
प्याज लगभग हर दिन हर घर में उपयोग में लाई जाने वाली सब्जी है, इसके साथ ही इसके पौष्टिक और औषधीय गुण भी बहुत से हैं. प्याज खाने के अनेकों फायदे हैं. प्याज को खाने के तरीके भी अलग-अलग हैं, जैसे- प्याज के पत्तियों की चटनी बनाकर खाना, प्याज की सब्जी या फिर कच्ची प्याज खाना प्याज के रस हर तरह से हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. प्याज से मधुमेह और ब्लड- प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है. प्याज में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर की हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. प्याज खाने से त्वचा और बालों को भी पोषण मिलता है.