Wheat Procurement: देश के दस राज्यों में गेहूं की सरकारी खरीद जारी है. सरकार ने सात मई तक 246.56 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद लिया है. यानी अब खरीद का लक्ष्य पूरा करने में मुश्किल से 95 लाख मीट्रिक टन गेहूं की जरूरत है. रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 में केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर 341.5 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है. पंजाब, मध्य प्रदेश और हरियाणा में गेहूं की सबसे ज्यादा खरीद हो रही है और इन तीनों का मिलाजुला लक्ष्य देखें तो अभी 45 लाख मीट्रिक टन की खरीद बाकी है. इनका अब तक का रिकॉर्ड देखते हुए यह बाकी खरीद पूरी होती दिख रही है. इसके बाद टारगेट पूरा करने में सिर्फ 50 लाख मीट्रिक टन की खरीद बाकी रहेगी. फिर उसे पूरा करने का जिम्मा यूपी और बिहार जैसे राज्यों पर होगा, जिनमें खरीद की रफ्तार बहुत धीमी है.
भारतीय खाद्य निगम (FCI) के मुताबिक देश में सबसे ज्यादा गेहूं की खरीद पंजाब में हुई है. यहां पर 132 लाख मीट्रिक गेहूं खरीदने का लक्ष्य दिया गया है. जबकि 117 लाख मीट्रिक टन की खरीद पूरी हो चुकी है. यानी सिर्फ 15 लाख मीट्रिक टन की खरीद बाकी है. दूसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है. जहां लगभग 64 लाख मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है. केंद्र ने मध्य प्रदेश से 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा हुआ है. यानी अब यहां सिर्फ 16 लाख टन गेहूं और खरीदा जाना बाकी है. हरियाणा एमएसपी पर गेहूं खरीद के मामले में तीसरे नंबर पर है. यहां 75 लाख मीट्रिक टन का टारगेट है. जबकि 61.55 लाख मीट्रिक टन खरीदा जा चुका है. यानी अब यहां महज 13.45 लाख टन की और खरीद की जाएगी.
इसे भी पढ़ें: फर्टिलाइजर सब्सिडी का बोझ कम करने का हथियार बनेगी नैनो यूरिया-डीएपी, किसानों को कितना होगा फायदा?
देश का 32.1 फीसदी गेहूं पैदा करने वाला उत्तर प्रदेश खरीद में काफी पीछे चल रहा है. एफसीआई के मुताबिक सात मई तक यहां सिर्फ 1,53,854 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया है. जबकि 35 लाख मीट्रिक टन की खरीद की जानी है. इससे अधिक खरीद तो राजस्थान में हो चुकी है. यहां अब तक 2,32,633 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है. जबकि लक्ष्य 5 लाख मीट्रिक टन का है. उत्तर प्रदेश में इस बार पिछले साल से भी कम खरीद हो रही है. एफसीआई के अनुसार पिछले वर्ष सात मई तक यहां 1,98,709 मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका था.
इस साल सबसे ज्यादा गेहूं खरीदने वाले पंजाब में अभी 31 मई तक खरीद का कार्यक्रम चलेगा. चंडीगढ़ में भी इसी तारीख तक गेहूं की खरीद होगी. जबकि हरियाणा में 15 मई को खरीद प्रक्रिया खत्म हो जाएगी. यानी यहां के किसान अब सिर्फ एक सप्ताह तक और एमएसपी पर गेहूं बेच सकते हैं. उत्तर प्रदेश अभी गेहूं खरीद में काफी पिछड़ा हुआ है, लेकिन यहां पर अभी 15 जून तक खरीद होगी. मध्य प्रदेश में भी 15 जून तक खरीद का कार्यक्रम चलता रहेगा. इसी तरह बिहार, राजस्थान और उत्तराखंड के किसान 30 जून तक अपना गेहूं एमएसपी पर बेच सकते हैं. जम्मू-कश्मीर में 31 मई तक, हिमाचल प्रदेश में 10 जून और गुजरात में 15 जून तक गेहूं की सरकारी खरीद चलेगी.
इसे भी पढ़ें: Alert: मूंग-उड़द खरीद के रजिस्ट्रेशन का ऐलान, 8000 के पार जा सकता है MSP