Onion Price: सोलापुर और राहुरी में किसानों ने बेचा सिर्फ एक रुपया किलो प्याज, जानिए प्रमुख मंडियों के भाव

Onion Price: सोलापुर और राहुरी में किसानों ने बेचा सिर्फ एक रुपया किलो प्याज, जानिए प्रमुख मंडियों के भाव

इस वक्त राज्य की तमाम मंडियों में किसान सिर्फ एक, दो और पांच रुपये के न्यूनतम दाम पर ब्याज बचने के लिए मजबूर हैं क्योंकि एक्सपोर्ट हो नहीं रहा है. ऐसे में अगर वह ज्यादा दिन प्याज स्टोर भी करते हैं तो उसे सड़ने की संभावना है.

प्याज का मंडी भाव
सर‍िता शर्मा
  • Noida,
  • May 02, 2024,
  • Updated May 02, 2024, 12:20 PM IST

प्याज की निर्यातबन्दी के लगभग 5 महीने होने वाले हैं और अभी तक सरकार इसे खत्म करने को लेकर गंभीर नहीं दिखाई दे रही है. लोकसभा चुनाव के बावजूद इसे खत्म करने के आसार नहीं नजर आ रहे हैं. इसलिए बाजार में प्याज के दाम काफी गिरे हुए हैं. किसानों को उम्मीद थी कि रबी सीजन के दौरान वह अच्छी कमाई करेंगे लेकिन अनिश्चितकालीन निर्यात बन्दी के फैसले ने उनके सपनों पर पानी फेर दिया है. इस वक्त राज्य की तमाम मंडियों में किसान सिर्फ एक, दो और पांच रुपये के न्यूनतम दाम पर ब्याज बचने के लिए मजबूर हैं क्योंकि एक्सपोर्ट हो नहीं रहा है. ऐसे में अगर वह ज्यादा दिन प्याज स्टोर भी करते हैं तो उसे सड़ने की संभावना है. इसलिए वह चाहते हैं कि जल्दी से जल्दी सरकार एक्सपोर्ट खोल दे.

महाराष्ट्र एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार 30 अप्रैल को सोलापुर और राहुरी में किसानों को सिर्फ एक रुपये किलो पर प्याज बेचना पड़ा. इसी तरह राहता मंडी में सिर्फ दो रुपये किलो पर प्याज बेचनी पड़ी. धुले और पथरदी में भी किसानों को सिर्फ दो रुपये किलो का ही दाम मिला. मंगलवेढा में 1 मई को 2.5 रुपये किलो पर किसानों ने प्याज बेचा. हालांकि भुसावल, अकोला और जुन्नर सहित कुछ मंडियों में न्यूनतम दाम 10 रुपये किलो तक का भी मिला है.

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एमएसपी के दायरे में हो प्याज

महाराष्ट्र कांदा उत्पादक संगठन के अध्यक्ष भारत दिघोले का कहना है कि कि सरकार प्याज को एमएसपी के दायरे में ले आए और रिटेलर्स के लिए एमआरपी फिक्स कर दे. इससे किसानों को भी अच्छा दाम मिलेगा और उपभोक्ताओं को भी महंगाई का सामना नहीं करना पड़ेगा. हम चाहते हैं की सरकार प्याज की उत्पादन लागत पर मुनाफा तय करके इसका न्यूनतम दाम तय कर दे. आजादी के बाद से अब तक प्याज को लेकर कोई नीति नहीं बनी जबकि हर साल इसको लेकर हाहाकार मचती है. कभी दाम बहुत कम हो जाता है और कभी बहुत ज्यादा, इसलिए अब समय है कि सरकार इसको लेकर कोई ठोस नीति बनाए, जिससे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को राहत मिले.

किस मंडी में कितना है दाम

  • अहमद नगर के नेवासा-घोडेगांव में 1 मई को 8275 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम धाम 200, अधिकतम 1600 और औसत दाम 900 रुपये क्विंटल रहा.
  • इसी तरह 30 अप्रैल को छत्रपति संभाजी नगर में 1779 क्विंटल प्याज की आवक हुई थी. यहां न्यूनतम दाम 200, अधिकतम 1300 और औसत दाम 750 रुपये रहा.
  • राहुरी में 13260 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 100, अधिकतम 1600 और औसत दाम 850 रुपये क्विंटल रहा.
  • राहता मंडी में 2229 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 200, अधिकतम 1600 और औसत दाम 1200 रुपये प्रति क्विंटल रहा.
  • सोलापुर मंडी में 30 अप्रैल को 13035 क्विंटल प्याज की आवक हुई. यहां न्यूनतम दाम 100, अधिकतम 2100 और औसत दाम 1150 रुपये प्रति क्विंटल रहा.

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