
पूर्वी भारत के किसानों के लिए अच्छी खबर है. रबी मौसम में लोकप्रिय दाल फसल फील्ड पी (Field Pea मटर) की तीन नई और उच्च उत्पादक किस्में — Purvansh (IPFD 18-3), Arpan (IPFD 19-3) और Shikhar (IPFD 19-1) — अब आधिकारिक रूप से खेती के लिए उपलब्ध हैं. केंद्र सरकार ने केंद्रीय बीज समिति की सिफारिश पर इन किस्मों को मंजूरी देकर अधिसूचना जारी कर दी है.
इन किस्मों को खास तौर पर पूर्वी भारत के सिंचित क्षेत्रों के लिए विकसित किया गया है, जहां फील्ड पी (मटर) खेती की बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं. मटर की इन किस्मों की खेती से किसान भरपूर फायदा उठा सकते हैं और उपज बढ़ाने के साथ कमाई भी बढ़ा सकते हैं. कई क्षेत्रों में मटर की इन किस्मों की खेती जारी है और किसान इसकी उच्च उपज का लाभ उठा रहे हैं.
Purvansh किस्म को इरीगेटेड (सिंचित) नॉर्थ ईस्ट प्लेन जोन के लिए तैयार किया गया है.
इसके प्रमुख गुण:
फील्ड पी की Arpan (IPFD 19-3) एक ओपन-पॉलिनेटेड किस्म है, जिसे 25 सितंबर 2023 को जारी अधिसूचना के तहत मंजूरी दी गई.
सिफारिश वाले क्षेत्र:
शिखर आईपीएफडी 19-1 पूर्वी और मध्य यूपी सहित पांच राज्यों के लिए अनुमोदित है. इन राज्यों के किसान इस किस्म की खेती कर सकते हैं. Shikhar (IPFD 19-1) को भी Arpan की तरह 25 सितंबर 2023 को केंद्रीय बीज समिति की मंजूरी मिली.
यह किस्म खासतौर पर बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल, मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए विकसित की गई है. यह किस्म बेहतर अनुकूलता और अच्छी पैदावार देने के लिए जानी जाती है.
नई किस्मों के आने से फील्ड पी (मटर) की उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी. मटर की किस्मों को रोगों से कम नुकसान होगा क्योंकि ये सभी किस्में रोग प्रतिरोधक क्षमता से लैस हैं. ये तीनों किस्में बेहतर क्वालिटी और अधिक बाजार मूल्य वाली हैं जिससे किसानों को फायदा ही फायदा है. ये सभी किस्में सिंचित और वर्षा आधारित दोनों परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन करती हैं. इससे किसानों के लिए मटर की खेती में कई संभावनाएं बढ़ेंगी.