मध्य प्रदेश में जम कर हो रही ककड़ी की खेती, किसानों को मिल रहा अच्छा मुनाफा

मध्य प्रदेश में जम कर हो रही ककड़ी की खेती, किसानों को मिल रहा अच्छा मुनाफा

ककड़ी की खेती कर रहे किसानों का कहना है कि छोटी जगह में भी फाइबर युक्त ककड़ी की भरपूर पैदावार हो रही है. आधे हैक्टर की खेत में छोटे किसान ककड़ी की उपज कर रहे हैं और सिर पर रखकर उसे बेचने का काम भी कर रहे हैं. वहीं जिनके पास ज्यादा ककड़ी की पैदावार हो रही है वह अपनी उपज को बाहर मंडियों में भेजते हैं.

मध्य प्रदेश में ककड़ी की हो रही बंपर खेतीमध्य प्रदेश में ककड़ी की हो रही बंपर खेती
पंकज शर्मा
  • Rajgarh,
  • Apr 18, 2023,
  • Updated Apr 18, 2023, 6:19 PM IST

गर्मियों में ककड़ी की मांग हमेशा बनी रहती है. सेहत के लिए लोग अधिक से अधिक फाइबर युक्त खाना पसंद करते हैं. जिस वजह से इसकी खेती कर रहे किसानों को काफी मुनाफा होता है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश इन दिनों चर्चा का विषय बन चुका है. मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले का फाइबर से भरपूर ककड़ी देशभर मे लोगों को खूब पसंद आ रहा है. वहीं किसान भी गर्मी में फाइबर युक्त गुदेदार ककड़ी की खेती कर भरपूर मुनाफा कमा रहे हैं, जिस वजह से किसानों के चहरे पर खुशी की लहर देखने को मिल रही है. 

उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक पी.आर पांडे ने बताया कि जिले में गर्मी के मौसम में तालाब के किनारे फाइबर युक्त ककड़ी की खेती की जा रही है. पूरे जिले में ककड़ी की खेती 400 हेक्टेयर में हो रही है. आपको बता दें किसान द्वारा अब तक 1 करोड़ 60 लाख की फसल बेची जा चुकी है. वहीं ब्यावरा, नरसिंहगढ़, खिलचीपुर, राजगढ़, सारंगपुर, जीरापुर, विकासखंड में 400 हेक्टर जमीन पर ककड़ी की खेती की जा रही है.

कम जगह में किसानों को मिल रहा पूरा फायदा

ककड़ी की खेती कर रहे किसानों का कहना है कि छोटी जगह में भी फाइबर युक्त ककड़ी की भरपूर पैदावार हो रही है. आधे हैक्टर की खेत में छोटे किसान ककड़ी की उपज कर रहे हैं और सिर पर रखकर उसे बेचने का काम भी कर रहे हैं. वहीं जिनके पास ज्यादा ककड़ी की पैदावार हो रही है वह अपनी उपज को बाहर मंडियों में भेजते हैं. एक हेक्टर में 200 कुंटल फसल कि पैदावार हुई है. वहीं मुनाफे की बात करें तो एक हेक्टर में किसानों को चार लाख का फायदा वो भी 100 दिनों के अंदर हुआ है.

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दिल्ली-इंदौर जैसे बड़े शहरों में भेज रहे उपज

गर्मी के सीजन में उगाई जाने वाली इस फसल को किसान बाहर भेजते हैं, जैसे इंदौर, भोपाल, दिल्ली आदि. ऐसे में यह खेती किसानों को बहुत पसंद आ रही है. यह ऐसी फसल है जिसे बिना पकाए आसानी से खाया जा सकता है और यह सेहत के लिए भी बहुत लाभदायक है. आज तक को किसान जगन्नाथ ने बताया एक बीघा में खीरा और ककड़ी लगा रखी है जिससे 200 क्विंटल की पैदावार हुई है. किसान का कहना है कि बाजार में उसकी ककड़ी कि कीमत 20 रुपए प्रति किलो है. वहीं इस फसल को तैयार होने में 60 से 70 दिनों का समय लगता है.

फाइबर युक्त ककड़ी खाने के फायदे

राजगढ जिला चिकित्सालय के हृदय रोग विशेषज्ञ एमडी सुधीर कलावत ने फाइबर से भरपूर ककड़ी खाने के आश्चर्यजनक लाभों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि ककड़ी को गर्मी के मौसम में खाया जाता है. इसे खाने के अनगिनत फायदे हैं. इसमें बहुत सारे विटामिन, मिनरल्स और फाइबर होते हैं. इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है. फाइबर से भरपूर ककड़ी में विटामिन B,C, मैग्नीशियम और विटामिन के पाया जाता है. यह डाइजेशन के लिए बहुत ही फायदेमंद है. चेहरे की चमक बढ़ाने के लिए भी यह बेहद फायदेमंद है. किडनी के द्वारा आपके शरीर के यूरिक एसिड को कम करने के ककड़ी का सेवन किया जाता है.

ककड़ी की फसल से किसानों को हो रहा मुनाफा

राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ जिला मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर ग्राम गादिया के किसान जयराम कुशवाहा ने बताया कि ककड़ी की खेती मैं कम समय में ज्यादा फायदा होता है. 2 महीने में फसल आ जाती है. आधी फसल को नरसिंहगढ़ और ब्यावरा मंडी में फसल बेच चुका हूं. अभी तक मुझे 50 हजार रुपये का मुनाफा मिल चुका है. वहीं , राजगढ़ के ग्राम गादीया के किसान विक्रम सिंह ने बताया कि एक बीघा जमीन में खीरा ककड़ी की फसल लगाई एक से डेढ़ महीने बाद फसल आ गई थी. 12 क्विंटल तक का माल बेच चुके हैं. 8 क्विंटल माल बेचना शेष है.

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