
महाराष्ट्र के जालना जिले में शॉर्ट सर्किट की वजह से करीब साढ़े दस एकड़ में खड़ी गन्ने की फसल जलकर खाक हो गई है. यह घटना घनसावंगी तहसील के तीर्थपुरी और दहिगव्हाण शिवार में सामने आई है. दोनों अलग-अलग जगहों पर लगी आग में किसानों का बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है. दरअसल, खरीफ सीजन के गन्ने की अब कटाई होने वाली थी. ऐसे में इस आग की घटना से किसान काफी आहत हैं.
तीर्थपुरी के किसान बालासाहेब सखाराम बोबडे की लगभग 3 एकड़ गन्ने की फसल, जबकि दहिगव्हाण के किसान अण्णासाहेब तुलसीराम नाईकवाडे की करीब साढ़े 7 एकड़ फसल आग में पूरी तरह नष्ट हो गई. जानकारी के अनुसार, दोनों गांवों के खेतों के बीच से गुजरने वाली बिजली की लाइनों में अचानक शॉर्ट सर्किट हुआ, जिसकी वजह से आग तेजी से फैल गई. फिर कुछ ही मिनटों में आग ने भयंकर रूप ले लिया और देखते ही देखते पूरी फसल राख में बदल गई.
घटना के समय आसपास मौजूद कुछ किसानों ने धुआं उठता देखा और तुरंत अग्निशमन दल को सूचना दी. स्थानीय किसानों ने भी अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तेज हवा और आग की तीव्रता के कारण फसल को बचाया नहीं जा सका. मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया.
सौभाग्य से इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन किसानों को लाखों रुपये के नुकसान का अंदेशा जताया जा रहा है. प्रभावित किसानों ने प्रशासन से जल्द से जल्द पंचनामा करने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है. किसानों का कहना है कि यदि बिजली विभाग समय पर लाइन की देखरेख करता, तो ऐसी घटना टाली जा सकती थी. स्थानीय ग्रामीण बिजली व्यवस्था को लेकर नाराज़ हैं और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाने की मांग कर रहे हैं. (गौरव विजय साली की रिपोर्ट)