नारियल की खेती में होने वाली दुश्वारियों को तुरंत दूर करने और सही सलाह हासिल करने के लिए सरकार ने हेलो किसान कॉल सेंटर (Hello Naariyal Call Centre) की शुरुआत कर दी है. कॉल सेंटर की मदद से नारियल किसान पेड़ों पर चढ़ना, पौधों की सुरक्षा, कटाई, बीज सहित नारियल की खेती से संबंधित सभी गतिविधियों और तकनीक के बारे में जान सकेंगे. यह कॉल सेंटर सेवाएं केरल के अलावा 3 अन्य राज्यों में भी शुरू की गई है. अनुमान है कि इससे नारियल की क्वालिटी में सुधार और प्रोडक्शन में बढ़त आएगी.
केरल सरकार के नारियल विकास बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर हैलो नारियाल कॉल सेंटर लॉन्च किया है जो नारियल की कटाई और अन्य संयंत्र प्रबंधन प्रथाओं में किसानों की जरूरतों को पूरा करता है. हेलो नारियल कॉल सेंटर से न केवल केरल के नारियल प्रोड्यूसर्स को लाभ होगा, बल्कि यह पारंपरिक नारियल उगाने वाले राज्यों तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक तक भी अपनी सेवा का विस्तार करेगा. केरल में हेलो नारियाल कॉल सेंटर कोच्चि में बोर्ड के मुख्यालय से कार्य करता है.
किसानों को नारियल की खेती से संबंधित हर तरह की जानकारी देने के लिए कुल 1,924 नारियल वृक्ष मित्रों ने कॉल सेंटर में रजिस्ट्रेशन कराया है. इन नारियल वृक्ष मित्रों की सेवाएं पेड़ों पर चढ़ना, पौधों की सुरक्षा, कटाई, बीज खरीद, नर्सरी प्रबंधन सहित नारियल की खेती से संबंधित गतिविधियों को पूरा करने के लिए संबंधित जिलों में ब्लॉक ग्राम पंचायत स्तर पर उपलब्ध होंगी. नारियल किसान कॉल सेंटर के माध्यम से इन नारियल वृक्ष मित्रों (Friends of Coconut Tree) की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं.
ये भी पढ़ें - Tractor Sales: ट्रैक्टर खरीद में किसानों की रुचि घटी, अक्टूबर में घरेलू बिक्री 4 फीसदी गिरी, निर्यात 3 साल के निचले स्तर पर
कॉल सेंटर नारियल वृक्ष मित्रों का उद्देश्य नारियल किसानों, किसान उत्पादक संगठनों, नारियल उद्यमियों और विभिन्न कृषि विभागों और संस्थानों के अधिकारियों के साथ जोड़कर नारियल क्षेत्र की गतिविधियों में सुधार करना है. इससे नारियल की उपज बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे किसानों को फायदा मिल सकेगा.