उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के शिकोहाबाद तहसील के थाना नसीरपुर क्षेत्र के गांव हरिहा के मजरा रहल, रंजीत का पुरा और सिद्ध का पुरा यमुना नदी की बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं. यमुना किनारे बसे लोगों के सामने यह बाढ़ किसी भयंकर त्रासदी से कम साबित नहीं हो रही है. ग्रामीणों का कहना है कि यमुना नदी में आई बाढ़ का पानी उनके खेतों और घरों में भर गया है. खेतों में खड़ी बाजरा, तिलहन और बागों में लगी सैकड़ों बीघा फसल चौपट हो चुकी है.
घरों में पानी भरने से ग्रामीणों का घरेलू सामान नष्ट हो गया है. लोगों ने अपना बचा-खुचा सामान छतों पर और पड़ोसियों के घरों में सुरक्षित किया है. बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों ने बताया कि अब लोगों के लिए भोजन और पशुओं के लिए चारा दोनों ही समाप्त हो गए हैं. कई परिवार अपने पशुओं को लेकर प्राथमिक विद्यालयों में शरण लेने को मजबूर हैं. रास्तों पर चार से पांच फुट तक पानी भरा हुआ है, लोग ट्यूब का सहारा लेकर आवश्यक सामान बाहर ला रहे हैं.
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बाढ़ का पानी आए दस दिन से अधिक हो गए हैं, लेकिन अब तक प्रशासन का कोई अधिकारी हालात जानने नहीं पहुंचा. उनका कहना है कि चुनाव के समय नेता वोट मांगने जरूर आते हैं, लेकिन आपदा की घड़ी में कोई भी उनकी सुध लेने नहीं आता.
गांव के एक किसान रतिराम ने कहा कि समस्या बताते हुए कहा कि एक हफ्ता-आठ दिन हो गए हैं. पूरा बगीचा पानी में से भरा हुआ है. खेतों में पानी भरा है. 8 दिन हो गए, बहुत समस्या है और यह बढ़ती जा रही है. कोई अधिकारी यहां देखने नहीं आया.
वहीं, एक अन्य किसान फतेह सिंह ने कहा कि बाढ़ में मेरा घर डूब गया है. करीब 8 फुट पानी है. मैं दूसरे के यहां रह रहा हूं. यहां कोई साधन नहीं है. कोई प्रशासन का आदमी कभी किसी ने यह नहीं देखा कि यहां क्या हो रहा है. चाहे मारो, चाहे जिओ. हम दूसरे के घर में रह रहे हैं.
किसान सत्यपाल ने कहा कि पूरा पानी भरा हुआ है. यह पानी यमुना से आया है. अभी तक कोई अधिकारी यहां नहीं आया, किसी ने कोई सुनवाई नहीं की है.
ग्रामीण तुलसीराम ने कहा कि 15 दिन से पानी बढ़ रहा है. कोई अधिकारी नहीं आया. हम बहुत परेशान है, 500 बीघा से ज्यादा जमीन पर पानी भरा है.
वहीं एक ग्रामीण सुमन देवी ने कहा कि यहां पानी भर गया है. ना हमारे पास पैसा है, ना कुछ खाने को है. पानी इतनी जल्दी आया कि हम घर में से कुछ निकल नहीं पाए.
एक और ग्रामीण महिला फूलन देवी ने कहा कि हमारा गेहूं और सबकुछ भीग गया है. पूरे घर में पानी भरा है. हम घर के अंदर से कुछ नहीं निकाल पा रहे है. (सुधीर शर्मा की रिपोर्ट)