पिछले दिनों एक ऐसी खबर आई जिसने सभी को खुश कर दिया. पंजाब के पठानकोट की गुलाब की खुशबू वाली लीची को कतर की राजधानी दोहा भेजा गया है. लीची के अनोखे स्टॉक की पहली खेप इस हफ्ते सुजानपुर से दोहा के लिए रवाना की गई है. माना जा रहा है कि इससे निर्यात को कई गुना बढ़ाया जा सकेगा. पठानकोट के मौसम और पानी के अनुकूल कारकों के साथ नेशनल हॉर्टीकल्चर एक्सपोर्ट को बढ़ाने के मकसद से वाणिज्य मंत्रालय और पंजाब सरकार के बीच एक नए सहयोग के तहत गुलाब की खुशबू वाली एक मीट्रिक टन लीची को खाड़ी देश के लिए निर्यात किया गया है. अब इस पूरे मामले पर इस लीची को उगाने वाले किसान का बयान आया है.
पठानकोट के गांव सुजानपुर के प्रगतिशील किसान प्रभात सिंह के बाग की लीची अब दोहा भेजी गई है. किसान ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस सीक्रेट फॉर्मूल को बताया है जिसकी वजह से उनके बाग में उगी लीची का स्वाद देश और खाड़ी के लोग चख रहे हैं. एपीडा ने सिंह से करीब 175 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से लीची खरीदी है. प्रभात सिंह के पास लीची का 15 एकड़ का बाग है.
उनका एक वीडियो वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शेयर किया है जिसमें वह पीएम मोदी को थैंक्यू बोलते हुए नजर आ रहे हैं. प्रभात को इस वीडियो में कहते हुए सुना जा सकता है, 'सबसे पहले मैं किसान होने के नाते अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं. उन्होंने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट की एक पहल की थी और पठानकोट जिले का एक उत्पाद है लीची. इसे पहले राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाया गया है.'
उन्होंने कहा कि गर्मी में आकर लोगों ने बाग को विजिट किया और किसानों ने भी खूब पसीना बहाया. इसके बाद आज यह लीची कतर तक पहुंच रही है. किसानों को उनकी मेहनत का सही दाम मिल सका है. दोहा और दुबई में निर्यात मूल्य 375 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा है. इसी फसल की कीमत दो किलोग्राम के लिए 18 पाउंड तक है. यह पहला मौका है जब पंजाब से गुलाब की खुशबू वाली लीची कतर, यूएई के बाजारों में पहुंची है.
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रॉडक्ट (ओडीओपी) पहल का मकसद देश के सभी जिलों में एक संतुलित विकास को बढ़ावा देना है. इस पहल के तहत देश के हर जिले से कम से कम एक उत्पाद का चयन किया जाता है, उसकी ब्रांडिंग होती है और फिर उसका प्रचार किया जाता है. ओडीओपी पहल के तहत देश भर के 761 जिलों से कुल 1102 उत्पादों की पहचान की गई है. यह पहल फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री मंत्रालय के तहत चलाई जा रही है. इस पहल को आइडिया पीएम मोदी ने कुछ साल पहले दिया था.
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