राजस्थान में आए दिन नकली खाद्य सामग्री बनाने के मामले सामने आते हैं. लेकिन राजस्थान के अलवर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. अलवर के किशनगढ़बास क्षेत्र में पुलिस ने नकली सरसों बनाने वाली एक गैंग के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. यह लोग अभी तक सैकड़ों क्विंटल नकली सरसों बनाकर बाजार में बेच चुके हैं. पुलिस ने उनके पास से नकली सरसों बनाने का सामान भी बरामद किया है. पुलिस ने बताया कि यह लोग बड़े ही शातिर तरीके से असली सरसों में नकली सरसों मिलकर बेचते थे.
किशनगढ़बास के डीएसपी राजेंद्र सिंह ने बताया की परिवादी महेंद्र रावत, राज्य प्रमुख नैफेड राजस्थान ने मामला दर्ज कराया है. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) मार्फत राजफैड ने अलग-अलग ग्राम सेवा समितियों के माध्यम से किसानों से सरसों खरीद कर राज्य भंडारण निगम कस्बा खैरथल पर सरसों की कुल 1,51,573 बोरी जिसका वजन 7576.40 मीट्रिक जमा की गई.
ये भी पढ़ें:- MP और यूपी की मंडियों में गेहूं की 46 हजार टन से ज्यादा आवक, जानिए क्या हैं ताजा भाव
वहीं, 4 मार्च से 26 मार्च तक कुल 1,49,383 बोरी वजन जिसका वजन 7470 जमा की गई. जिसमें से भंडार ग्रह में 2190 बोरी बची. फिर बिक्री के दौरान खरीद पार्टियों के द्वारा स्टॉक में नकली और मिलावटी सरसों पाने की शिकायत पाई गई. इस पर राजफैड और नैफेड अधिकारियों ने मामले की जांच की तो मामला सही पाया गया, जिसके बाद पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया, जब पुलिस ने मामले की जांच की गई, तो माधो चौधरी जो संविदा कर्मी सहकारी है. वो क्रय-विक्रय समिति रामगढ़ में नकली सरसों के मिलावट का काम करता था.
साथ ही दूसरा आरोपी उन्नस खान डहरा का रहने वाला था वो अपने घर पर असली सरसों की बोरी उतार कर नकली सरसों के मिलावट का काम करता था. इस तरह से पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने सभी को अलग-अलग काम बांट रखा था. पुलिस ने इस मामले में माधो चौधरी, उन्नस खान, साहिल खान, सुरेश, ओम प्रकाश को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने इनके पास से नकली सरसों बनाने की मशीन, विधुत मोटर, छलनी सहित अन्य उपकरण जब्त किए हैं. पुलिस ने कहा कि सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. ताकि पूरे मामले का खुलासा हो सके. पुलिस ने बताया कि आरोपी लंबे समय से नकली सरसों बनाने का काम कर रहे थे. साथ ही पुलिस ने बताया कि यह लोग बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से इस कारोबार को कर रहे थे. कोई नकली सरसों बनाता था और कोई सरसों के लिए ग्राहक लेकर आता था. इसके अलावा ड्राइवर सहित सभी लोग इस गैंग में शामिल है. सरकारी जांच में यह खुलासा होने के बाद पूरे राजस्थान में खाद्य विभाग अलर्ट मोड पर है. पुलिस की तरफ से भी लगातार जांच पड़ताल की जा रही है. (हिमांशु शर्मा की रिपोर्ट)