
तेलंगाना में इस बार कुछ इलाकों में मक्का की बंपर पैदावार दर्ज की गई है. इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने प्रति एकड़ खरीद की सीमा को बढ़ा दिया है. सरकार का यह फैसला उन तमाम किसानों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है जो बंपर फसल के चलते नुकसान की आशंका से घबरा रहे थे. सरकार ने तय किया है कि अब वह प्रति एकड़ 18 क्विंटल नहीं बल्कि 25 क्विंटल उपज खरीदेगी. तेलंगाना में पिछले कुछ सालों से मक्का की खेती में इजाफा हुआ हुआ है और अब कई किसान इसकी खेती के लिए आकर्षित होने लगे हैं.
तेलंगाना के कई हिस्सों में इस समय मक्का की खरीद तेजी से जारी है. राज्य में मक्का की कुल बुवाई का क्षेत्रफल 2.60 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 2 लाख हेक्टेयर अधिक है. राज्य की रेवंत रेड्डी सरकार ने 125 खरीद केंद्रों के माध्यम से 8 लाख टन मक्का खरीदने की योजना बनाई है. यह कदम गिरती हुई बाजार कीमतों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है. सरकार को उम्मीद है कि इस सीजन में कुल उत्पादन 11.50 लाख टन तक पहुंच सकता है.
तेलंगाना के कृषि मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव ने केंद्र सरकार से मक्का की खरीद में राज्य की सहायता करने की अपील की है. उन्होंने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर इस संबंध में हस्तक्षेप करने की मांग की है. इस बीच, तेलंगाना के नागरिक आपूर्ति मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने केंद्र सरकार से नमी के स्तर से जुड़े मानकों में ढील देने की अपील की है. उन्होंने अपनी चिट्ठी में कहा, 'राज्य ने 1.10 लाख एकड़ में धान, मक्का और कपास की फसलों को नुकसान की सूचना दी है. भारी नुकसान झेल रहे किसानों को राहत देने के लिए, केंद्र सरकार को धान और कपास में नमी के स्तर में ढील देने पर विचार करना चाहिए.'
मंगलवार को एक समीक्षा बैठक में भाग लेते हुए, कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य केंद्र सरकार पर कपास खरीद की उपज सीमा को मौजूदा 7 क्विंटल प्रति एकड़ से बढ़ाकर 12 क्विंटल प्रति एकड़ करने के लिए दबाव बनाएगा. रेड्डी ने सरकार से धान और कपास के लिए भी किसानों को राहत देने की मांग की है. आपको बता दें कि हाल ही में हुई बारिश से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है.
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