Gehun Gyan: फसल की सेहत का राज है ये एक खाद, जानें सही इस्तेमाल, समय और तरीका

Gehun Gyan: फसल की सेहत का राज है ये एक खाद, जानें सही इस्तेमाल, समय और तरीका

गेहूं की फसल में जिंक का सही उपयोग कैसे करें? जानें बुवाई से लेकर स्प्रे तक आसान तरीका, जिंक की कमी के लक्षण और सही मात्रा, ताकि आपकी फसल हरी-भरी और अधिक पैदावार वाली हो.

जिंक से बने आपका गेहूं हरा-भराजिंक से बने आपका गेहूं हरा-भरा
क‍िसान तक
  • Noida ,
  • Dec 22, 2025,
  • Updated Dec 22, 2025, 12:36 PM IST

गेहूं की फसल में अक्सर किसान जिंक का इस्तेमाल नहीं करते. लेकिन जिंक (Zinc) पौधों के लिए बहुत जरूरी तत्व है. भारत में 40% से ज्यादा जमीन में जिंक की कमी पाई जाती है. अगर आप सही समय पर जिंक का उपयोग करेंगे, तो आपकी फसल स्वस्थ और हरी-भरी होगी.

गेहूं में जिंक क्यों जरूरी है?

जिंक पौधों के लिए बहुत जरूरी होता है. भले ही पौधे को बहुत कम मात्रा में जिंक चाहिए, लेकिन यह पौधे की बढ़वार, हरा रंग और कल्लों (फल) के बनने में मदद करता है. जिंक डालने से आपको ग्रोथ प्रमोटर (Growth Promoter) की जरूरत नहीं पड़ती.

गेहूं में जिंक की कमी के लक्षण

अगर गेहूं के पौधे में जिंक की कमी हो जाए, तो पौधे की बढ़वार रुक जाती है. इसे पहचानना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन आप पत्तियों को देखकर जान सकते हैं:

  • पत्तियाँ पीली पड़ जाती हैं, पर नशे (बीच की रेखा) हरी रहती है.
  • पौधे छोटे और कमजोर दिखते हैं.
  • जिंक की कमी अक्सर खेत के छोटे-छोटे हिस्सों में होती है.

गेहूं में जिंक डालने का सही समय

गेहूं में जिंक डालने का सबसे अच्छा समय बुवाई (सिंचाई) के समय है. क्योंकि पौधे धीरे-धीरे इसे ले लेते हैं और कम मात्रा में भी पर्याप्त होता है.

अगर आपने बुवाई के समय जिंक नहीं डाला, तो आप इसे इस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं:

  • जिंक सल्फेट 33%: 6 किलो प्रति एकड़
  • जिंक सल्फेट 21%: 10 किलो प्रति एकड़
  • इन्हें यूरिया के साथ पहले पानी पर डाल सकते हैं.

जिंक स्प्रे के रूप में

अगर किसान सीधे जमीन में जिंक नहीं डालना चाहते, तो स्प्रे का तरीका भी है:

  • जिंक सल्फेट 33%: 800 ग्राम, 200 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रति एकड़ स्प्रे करें.
  • चेल्टेड जिंक: 150 ग्राम प्रति एकड़ स्प्रे करें.

हमेशा गेहूं बोने से पहले मिट्टी की जांच कराएं मिट्टी में जिंक और अन्य तत्वों की कमी जानकर ही खाद और नुट्रिएंट्स का उपयोग करें. इससे आप कम खर्च में ज्यादा पैदावार ले सकते हैं. जिंक गेहूं की फसल के लिए छोटा लेकिन बहुत महत्वपूर्ण तत्व है. इसे सही समय और मात्रा में इस्तेमाल करें, ताकि आपका गेहूं हरा-भरा और मजबूत हो.

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