देश में बढ़ा गेहूं का रकबा, मध्य प्रदेश, पंजाब और हर‍ियाणा प‍िछड़े

देश में बढ़ा गेहूं का रकबा, मध्य प्रदेश, पंजाब और हर‍ियाणा प‍िछड़े

इस साल देश में तिलहन फसलों की र‍िकॉर्ड बुवाई हुई है. अब तक 108.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों, मूंगफली और सूरजमुखी की बुवाई की गई है. जबक‍ि प‍िछले साल इसका रकबा 100.50 लाख हेक्टेयर था. इस बार मोटे अनाजों की बुवाई भी काफी बढ़ गई है. 

इस साल देश में गेहूं की बंपर बुवाई हुई है. (Photo-Kisan Tak) इस साल देश में गेहूं की बंपर बुवाई हुई है. (Photo-Kisan Tak)
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Jan 27, 2023,
  • Updated Jan 27, 2023, 3:24 PM IST

इस साल रबी फसलों की बुवाई 700 लाख हेक्टेयर को पार कर गई है. यह 2021-22 के मुकाबले 22.15 लाख हेक्टेयर अध‍िक है. ऐसे में इस बार बंपर उत्पादन का अनुमान है. फसल वर्ष 2022-23 में 27 जनवरी तक र‍िकॉर्ड 341.85 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई हुई है. लेक‍िन, कई प्रमुख उत्पादक सूबों में रकबा कम हो गया है. मध्य प्रदेश में 4.15 लाख हेक्टेयर एर‍िया कम हुआ है. पंजाब में 0.18 लाख और हर‍ियाणा में 0.11 लाख हेक्टेयर रकबा कम हो गया है. इसके अलावा झारखंड, ह‍िमाचल, पश्च‍िम बंगाल, उत्तराखंड और कर्नाटक में भी गेहूं की बुवाई कम हुई है. जबक‍ि इस बार गेहूं का दाम उसके न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से अध‍िक है. 

हालांक‍ि, राजस्थान में गेहूं का एर‍िया प‍िछले साल के मुकाबले 2.52 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है. जबक‍ि महाराष्ट्र में 1.28 लाख हेक्टेयर, ब‍िहार में 1.28 लाख और छत्तीसगढ़ में 0.52 लाख हेक्टेयर में अध‍िक बुवाई हुई है. ज‍िन सूबों में गेहूं की बुवाई पहले से अध‍िक हुई है उनमें गुजरात, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और असम शाम‍िल हैं.

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मोटे अनाजों का रकबा बढ़ा 

इस साल मोटे अनाजों का रकबा 2021-22 के मुकाबले 2.33 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है. पिछले वर्ष 27 जनवरी तक 49.57 लाख हेक्टेयर में मोटे अनाजों की बुवाई हुई थी. जबक‍ि इस बार 51.90 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई दर्ज की गई है. राजस्थान, तेलंगाना, बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, हरियाणा, असम, अरुणाचल प्रदेश और पंजाब में मोटे अनाजों का एर‍िया बढ़ा है.  

त‍िलहन फसलों ने बनाया र‍िकॉर्ड

तिलहन फसलों की र‍िकॉर्ड बुवाई हुई है. पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 100.50 लाख हेक्टेयर की तुलना में लगभग 108.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र का कवरेज दर्ज किया गया है. यानी प‍िछले साल के मुकाबले क‍िसानों ने इस साल 27 जनवरी तक 7.84 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में त‍िलहन फसलों की खेती की है. सबसे ज्यादा 4.43 लाख हेक्टेयर एर‍िया राजस्थान में बढ़ा है. इसके बाद मध्य प्रदेश में 2.57 लाख हेक्टेयर क्षेत्र बढ़ गया है. छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, असम, नागालैंड, आंध्र प्रदेश और जम्मू और कश्मीर में भी एर‍िया बढ़ गया है.  

ग्रीष्मकालीन धान का रकबा बढ़ा 

इस साल ग्रीष्मकालीन धान का रकबा बढ़ गया है. पिछले वर्ष यानी 2021-22 में 27 जनवरी तक 23.64 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई हुई थी. जबक‍ि इस साल अब तक 33.49 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई दर्ज की गई है. इस प्रकार पिछले वर्ष की तुलना में 9.86 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र को कवर क‍िया गया है. तेलंगाना में सबसे ज्यादा 7.78 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई बढ़ी है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, असम, ओडिशा, तमिलनाडु, कर्नाटक, त्रिपुरा और बिहार में एर‍िया बढ़ा है. आंध्र प्रदेश और केरल में एर‍िया कम हुआ है.  

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