आम और लीची के लिए वरदान बनी अप्रैल की बारिश, इस बार किसानों का बचा खूब सारा पैसा

आम और लीची के लिए वरदान बनी अप्रैल की बारिश, इस बार किसानों का बचा खूब सारा पैसा

अचानक हुई यह अप्रैल की बारिश आम, लीची और कटहल की फसलों के लिए बेहद लाभकारी रही है. किसानों को जहां तेज गर्मी से नुकसान की आशंका थी, वहीं इस बारिश ने न सिर्फ उनकी फसलों को बचाया, बल्कि उनकी मेहनत को भी रंग लाने का मौका दिया है. अब आने वाले दिनों में अच्छी पैदावार और बेहतर आमदनी की पूरी संभावना है.

लीची और आम की खेती कर रहे किसानों को फायदालीची और आम की खेती कर रहे किसानों को फायदा
क‍िसान तक
  • Noida,
  • May 08, 2025,
  • Updated May 08, 2025, 12:09 PM IST

अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह में हुई लगातार बारिश ने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है. जहां इस बारिश से कुछ फसलों को नुकसान पहुंचा है, वहीं आम, लीची और कटहल की खेती के लिए यह बारिश किसी वरदान से कम नहीं रही. तेज गर्मी और सूखे के कारण जो फसलें मुरझाने लगी थीं, वे अब फिर से हरी-भरी हो गई हैं. इस मौसम परिवर्तन से किसानों को उम्मीद है कि उनकी पैदावार में न सिर्फ सुधार होगा, बल्कि आमदनी भी पहले से बेहतर होगी.

आम और लीची की फसलों को बड़ा फायदा

बारिश के कारण आम के छोटे फल, जिन्हें टिकोले कहा जाता है, अब ज्यादा मजबूत हो गए हैं. पहले ये फल तेज गर्मी के कारण झड़ने लगे थे, लेकिन बारिश ने उन्हें संभाल लिया है. लीची के दानों में भी नमी आ गई है, जिससे उसका स्वाद, रंग और बनावट बेहतर होगी. कटहल के फल भी अब पहले से बड़े और अधिक मीठे होने की संभावना है. किसानों का कहना है कि यह बारिश इन फलों के लिए किसी अमृत से कम नहीं रही.

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पेड़ों से कीट हटे, फसल हुई साफ

गर्मी के कारण पेड़ों पर धूल की परत जम गई थी और कीटों का प्रकोप भी बढ़ गया था. बारिश ने न केवल इन कीटों को धो डाला, बल्कि पेड़ों को भी साफ कर दिया. इससे फल तेजी से बढ़ने लगे हैं और फसलों की गुणवत्ता में काफी सुधार देखा जा रहा है. किसानों को अब उम्मीद है कि इस बार उन्हें बाजार में अच्छे दाम मिलेंगे.

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अचानक बारिश ने बचाई गिरती फसल

जिले के प्रमुख आम उत्पादक और कृषि विशेषज्ञ आलोक कुमार का कहना है कि इस बार की बारिश ने फसलों को नया जीवन दिया है. तापमान लगातार बढ़ रहा था और मंजर सूखने लगे थे. पानी देने के बाद भी पौधों में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा था, लेकिन बारिश के तुरंत बाद मुरझाए पत्ते फिर से हरे हो गए और फलों में जान आ गई. पिछले दो हफ्तों की तुलना में अब फसल काफी बेहतर दिख रही है.

किसानों की उम्मीदों को मिला सहारा

किसानों को अब यह उम्मीद है कि फसल की अच्छी गुणवत्ता और बढ़ी हुई पैदावार से उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी. आम और लीची की फसल की गुणवत्ता में सुधार से बाजार में भी अच्छी मांग बनी रहेगी. अप्रैल की यह बारिश किसानों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है और उन्होंने इसे आम और लीची के लिए ‘वरदान’ करार दिया है.


 

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