
देश में एक ओर दक्षिण में बारिश का सिलसिला जारी है तो वहीं, उत्तर और मध्य भारत में ठंड का कहर बरपा रही है. कई राज्यों में शीतलहर (कोल्डवेव) ने लोगों की कठिनाई बढ़ा दी है. उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों से आ रही बर्फीली हवाओं ने राजस्थान में सर्दी का असर तेज कर दिया है. शेखावाटी सहित राज्य के कई हिस्सों में रात का तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है. खेतों में ओस जमने के बाद पाला पड़ने लगा है, जिससे फसलों को नुकसान होना शुरू हो गया है.
शुक्रवार को प्रदेश के 15 से अधिक शहरों में न्यूनतम तापमान सिंगल डिजिट में रिकॉर्ड हुआ. वहीं राजधानी जयपुर में पहली बार इस सीजन पारा 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया. पिछले 24 घंटे में प्रदेश का सबसे ठंडा क्षेत्र सीकर का फतेहपुर रहा, जहां न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बीकानेर के लूणकरणसर में 3.2, सीकर में 3, नागौर में 3.1, अलवर में 5.4, दौसा में 4.6 और झुंझुनूं में 6.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ.
जयपुर में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. चूरू, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर और नागौर में भी कड़ाके की सर्दी का असर स्पष्ट रूप से दिखाई दिया. मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, आगामी एक सप्ताह तक प्रदेश का मौसम साफ रहेगा और तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा.
उन्होंने बताया कि शेखावाटी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री के बीच रहने की संभावना है. कई स्थानों पर शीतलहर चलने के भी आसार हैं. सर्द हवाओं के कारण दिन में तेज धूप होने के बावजूद तापमान कम दर्ज हो रहा है. अलवर, पिलानी, सीकर, उदयपुर, चूरू, बारां, सिरोही, करौली, प्रतापगढ़, झुंझुनूं और पाली में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा.
शुक्रवार को सिरोही में अधिकतम तापमान मात्र 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ठंडा दिन रहा. वहीं, पाला पड़ने से विशेषकर सरसों, चना, सब्जियों और रबी फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है. किसानों ने खेतों में धुआं करने और नियमित सिंचाई जैसे उपाय शुरू कर दिए हैं, ताकि फसलों को पाले से बचाया जा सके.
उधर, उत्तराखंड के बागेश्वर जनपद में दिसंबर की शुरुआत के साथ ही जबरदस्त ठंड ने दबदबा जमा लिया है, जहां पिछले दो दिनों से धूप बादलों में आंख मिचोली कर रही और न्यूनतम तापमान 1°C से 8°C के बीच रहने लगा है. स्थानीय लोग और व्यापारी जगह-जगह अलाव जलाकर ठंड से बचाव कर रहे हैं. पारे में गिरावट से सुबह-शाम कड़ाके की ठंड पड़ रही है.
पर्वतीय इलाकों में पाला और घाटियों में कोहरा आम हो गया है, खासकर कौसानी, शामा,कपकोट, भराड़ी जैसे क्षेत्रों में जहां कोहरा और बर्फीली हवाएं परेशान कर रही हैं. शीतलहर से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट पर है, ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की चेतावनी भी जारी है. प्रशासन द्वारा चौक चौराहो पर अलाव की ब्यवस्था की गयी है जिससे राहगीर व स्थानीय लोग आग शेखते नजर आ रहे हैं. (शरत कुमार की रिपोर्ट)