पंजाब के होशियारपुर जिले में ब्यास नदी कहर बरपा रही है. यहां टांडा क्षेत्र के निचले इलाके में बसे कई गांवों में पानी भर गया और सारे खेत जलमग्न हो गए. अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि नदी के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश हुई जिसके बाद तलवाड़ा में पोंग बांध से पानी छोड़ा गया, इस कारण निचले गांव जलमग्न हो गए. इसके अलावा कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी के मांड क्षेत्र में भी यही हालात हैं. यहां खेतों की सुरक्षा के लिए बनाए गए अस्थायी बांध में लगभग 100 फुट की दरार आ गई. जिसके बाद यहां के 16 गांव जलमग्न हो गए और खड़ी फसलें डूब गईं.
इसके साथ ही पठानकोट जिले में भी कई इलाकों में बारिश का पानी भर गया, जिससे लोगों को असुविधा हुई. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण फिरोजपुर में सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ गया है. उपायुक्त दीपशिखा शर्मा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए नदी से सटे गांवों का दौरा किया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ब्यास नदी में 55,000 क्यूसेक से ज़्यादा पानी छोड़ा गया है. 38,055 क्यूसेक स्पिलवे गेटों से और 17,849 क्यूसेक बांध के पावरहाउस सुरंगों के ज़रिए. इस बांध में औसत प्रवाह 51,797 क्यूसेक है. पोंग जलाशय का जलस्तर अधिकतम क्षमता 1,390 फीट के मुकाबले 1,375.90 फीट तक पहुंच गया है.
अधिकारियों ने बताया कि होशियारपुर में गंडोपवाल, रारा मंड, तल्ही, अब्दुल्लापुर, मेवा मियानी और फत्ता कुल्ला जैसे गांवों में नदी से सटे खेतों में धान और गन्ने सहित खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं. दसूया के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट कंवलजीत सिंह, जो टांडा का भी प्रभार संभालते हैं, उन्होंने बताया कि फत्ता कुल्ला और अब्दुल्लापुर गांवों के कुछ हिस्सों में लगभग एक से दो फुट पानी घुस गया है. दोनों गांवों के लगभग 50-50 निवासियों को बचाकर पास के राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. एसडीएम ने बताया कि बचाव शिविर स्थापित किए गए हैं और ग्रामीणों को नावें उपलब्ध कराई गई हैं. साथ ही पर्याप्त भोजन की व्यवस्था और मेडिकल टीम भी तैनात की गई हैं.
वहीं कपूरथला ज़िले में सबसे ज़्यादा प्रभावित गांव बाऊपुर, भैणी बहादुर, कादर बक्श, बाऊपुर जदीद, बाऊपुर कदीम, रामपुर गौरा, संगरा, मिद्धेवाल और पासन कदीम हैं. बाऊपुर के जरनैल सिंह ने बताया कि प्रभावित इलाकों के लगभग 5,000 लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं और हज़ारों एकड़ खड़ी फ़सलें पांच से छह फ़ीट पानी में डूब गई हैं. कदीम गांव के सुरैन सिंह ने नावों और अन्य राहत सामग्री की मांग की है.
कपूरथला के उपायुक्त अमित कुमार पंचाल ने मंगलवार को मंड क्षेत्र के बाऊपुर जदीद का दौरा किया और किसानों और स्थानीय लोगों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत करने के लिए ट्रैक्टर से यात्रा की. उन्होंने उन्हें ज़िला प्रशासन के सहयोग और सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया. अपने दौरे के दौरान, पंचाल ने बाढ़ की रोकथाम और राहत कार्यों की समीक्षा की और पुष्टि की कि ब्यास नदी में जल प्रवाह वर्तमान में 1.05 लाख क्यूसेक पर स्थिर है और पिछले 12 घंटों में इसमें कोई बढ़त नहीं हुई है. उन्होंने सुल्तानपुर लोधी के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट और जल निकासी, राजस्व एवं अन्य विभागों के प्रमुखों को मंड क्षेत्रों में तैनात रहने के सख्त निर्देश जारी किए.
प्रशासन प्रभावित निवासियों को समय पर सहायता प्रदान करने के लिए उनके साथ निरंतर संपर्क बनाए हुए है. छात्रों की सुरक्षा के लिए एहतियाती उपाय के रूप में, पंचाल ने बाऊपुर जदीद स्थित सरकारी हाई स्कूल और सरकारी प्राथमिक स्कूल को अगले दो दिनों के लिए बंद करने का आदेश दिया है. आवश्यकता पड़ने पर निवासियों के सुरक्षित पुनर्वास के लिए राहत केंद्रों की पहचान की गई है. जिला प्रशासन किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है, और उसके पास सूखा राशन, पशुओं के लिए हरा चारा, दवाइयां और पूरी तरह सुसज्जित राहत शिविरों की व्यवस्था है.
(सोर्स- PTI)
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