मराठवाड़ा के बाढ़ प्रभाव‍ित किसानों को बड़ी राहत, नुकसान की भरपाई के लिए 1500 करोड़ आवंटित

मराठवाड़ा के बाढ़ प्रभाव‍ित किसानों को बड़ी राहत, नुकसान की भरपाई के लिए 1500 करोड़ आवंटित

महाराष्ट्र सरकार ने मराठवाड़ा में अतिवृष्टि व बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए 1,500 करोड़ रुपये की सहायता मंजूर की है. मई-अगस्त के नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को सीधे खातों में मदद दी जाएगी.

Marathwada Farmer AidMarathwada Farmer Aid
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 27, 2025,
  • Updated Sep 27, 2025, 1:00 PM IST

महाराष्ट्र सरकार ने मराठवाड़ा में अतिवृष्टि और बाढ़ से प्रभावित किसानों को राहत पहुंचाने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की सहायता राशि मंजूर की है. इस निधि के जरिए मई से अगस्त के बीच हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी. प्रशासन का कहना है कि प्रभावित किसानों के खातों में सीधे यह राशि जमा की जाएगी. भारी बारिश और बाढ़ के चलते मराठवाड़ा के आठ जिलों- छत्रपति संभाजीनगर, जालना, लातूर, परभणी, नांदेड़, हिंगोली, बीड और धाराशिव बड़े पैमाने पर फसलें चौपट हुई थीं.

80 प्रतिशत सर्वे का काम पूरा 

डिविजन कमिश्‍नर जितेंद्र पापलकर ने बताया कि करीब 80 प्रतिशत सर्वे का काम पूरा हो चुका है और बचा हुआ काम तेजी से किया जा रहा है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि प्रभावित किसानों की सूची तुरंत ऑनलाइन अपलोड की जाए, ताकि भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 20 सितम्बर के बाद हुई मूसलधार बारिश और बाढ़ ने मराठवाड़ा के कई हिस्सों में तबाही मचाई. अब तक केवल इस क्षेत्र में ही 86 लोगों की मौत दर्ज की गई है, जबकि फसलों के अलावा पशुधन, मकान और सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान हुआ है.

NDRF-SDRF तैनात

हालात को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. पापलकर ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता किसानों के साथ-साथ उन परिवारों तक सहायता पहुंचाना है, जिनके प्रियजनों की बारिश से मौत हुई है. मुआवजे में फसल हानि के साथ-साथ जानवरों और मकानों के नुकसान की भरपाई भी की जाएगी. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि बुनियादी ढांचे को हुआ नुकसान व्यापक है और उसकी भरपाई के लिए अलग आकलन चल रहा है.

किसानों को तत्‍काल मदद की जरूरत

मराठवाड़ा वैसे तो पहले से ही सूखा और जल संकट जैसी चुनौतियों से जूझता रहा है, लेकिन इस बार लगातार हुई बारिश ने किसानों को गहरे संकट में डाल दिया है. लाखों एकड़ की खरीफ फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. ऐसे में किसानों को तत्काल आर्थिक मदद पहुंचाना राज्य सरकार की बड़ी जिम्मेदारी बन गई है.

राज्य प्रशासन ने साफ किया है कि राहत प्रक्रिया को पारदर्शी और तेज बनाने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि किसानों और प्रभावित परिवारों को समय पर मदद मिल सके. अगले तीन से चार दिनों तक और बारिश का पूर्वानुमान होने से राहत और बचाव दलों को चौकन्ना रहने को कहा गया है. (पीटीआई)

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